हेल्थ डेस्क, रांची : झारखंड में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं। राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित जमशेदपुर शहर है। यहां अभी तक सबसे ज्यादा 475 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी हैं। इसी बीच एक हैरान करने वाला भी मामला सामने आया है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की कान खड़े हो गये हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले के सिविल सर्जन डा. जुझार माझी की ओर से एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई, जिसमें डेंगू मरीजों को चढ़ाए जाने वाले प्लेटलेट्स पर चर्चा हुई।
दरअसल, शहर में प्लेटलेट्स की खपत दस गुना अधिक बढ़ गई है। इसके तह में जाने से पता चला कि चिकित्सक वैसे मरीजों को भर्ती कर प्लेटलेट्स चढ़ा रहे हैं,जिन्हें कोई आवश्यकता नहीं है। जमशेदपुर ब्लड बैंक में सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की कीमत 10 हजार रुपये व रैंडम डोनर प्लेटलेट्स की कीमत 500 रुपये हैं।
1.46 लाख प्लेटलेट्स होने पर भी चढ़ाया जा रहा
बैठक में यह खुलासा हुआ कि गालूडीह में एक मरीज का प्लेटलेट्स 1.46 लाख था। इसके बावजूद भी चिकित्सक उसे भर्ती कर प्लेटलेट्स चढ़ा रहे थे, जबकि उस मरीज को न तो अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता थी और न ही प्लेटलेट्स चढ़ाने की। इस तरह के मामले को देखते हुए सिविल सर्जन डा. जुझार माझी ने चिकित्सकों को सख्त निर्देश दिया कि विभागीय दिशा-निर्देश का पालन करते हुए मरीजों का इलाज किया जाए। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में 50 से अधिक अस्पतालों के प्रतिनिधि हुए शामिल
सिविल सर्जन कार्यालय में बुलाई गई बैठक में एसडीओ पीयूष सिन्हा, सिविल सर्जन डा. जुझार माझी, एमजीएम अधीक्षक डा. रविंद्र कुमार सहित टीएमएच, टिनप्लेट, टाटा मोटर्स, मर्सी अस्पताल सहित 50 से अधिक निजी व सरकारी अस्पतालों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस दौरान सिविल सर्जन ने निर्देश दिया कि जरूरत होने पर ही ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स मंगाकर मरीजों को चढ़ाया जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार, मरीज का प्लेटलेट्स दस हजार से नीचे आ जाए तभी चढ़ाना हैं। वहीं, 20 से 30 हजार तक होने पर चिकित्सक मरीजों की स्थिति को देखते हुए निर्णय ले सकते हैं।
एलाइजा रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ही कहें डेंगू
सिविल सर्जन डा. जुझार माझी ने सभी निजी व सरकारी अस्पतालों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि जब तक एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि नहीं हो जाती तब तक मरीज को डेंगू पॉजिटिव नहीं कहें। अभी कार्ड टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही मरीज को डेंगू होने की बात कहीं जा रही है, जो गलत है। कार्ड टेस्ट में दूसरे किसी संक्रमण की वजह से भी रिपोर्ट पॉजिटिव बताता है। ऐसे में इसपर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
प्लेटलेट्स की खपत बढ़ने से अन्य मरीजों की परेशानी बढ़ी
बैठक में जमशेदपुर ब्लड बैंक से आए एक प्रतिनिधि ने बताया कि बीते दो माह में प्लेटलेट्स की जितनी खपत हुई है, उतना खर्च बीते एक साल में भी नहीं होता है। प्लेटलेट्स की खपत बढ़ने से अन्य मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। डेंगू के अलावा कैंसर सहित अन्य मरीजों को भी प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत होती है।
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जिले में डेंगू के 25 नए मरीज मिले
पूर्वी सिंहभूम जिले में सोमवार को डेंगू के 25 नए मरीज मिले। अबतक कुल 3289 सैंपल की जांच हुई है। इसमें 475 लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं। वर्तमान में 242 मरीजों का इलाज शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इसमें टीएमएच, एमजीएम, टाटा मोटर्स, टिनप्लेट, मर्सी, सदर अस्पताल सहित अन्य शामिल हैं।
इसमें नौ डेंगू मरीजों की स्थिति गंभीर है। जिनका इलाज आइसीयू में चल रहा है। वहीं, सामान्य वार्ड में 233 मरीज भर्ती हैं। 45 मरीज सोमवार को स्वस्थ होकर घर लौटे। जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद ने कहा कि डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। इसके प्रति सभी को जागरूक होने की जरूरत है।