मुम्बई: रविवार को महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ। शरद पवार के भतीजे और विपक्ष के नेता अजित पवार महाराष्ट्र की सरकार में शामिल हो गए। वे रविवार को अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
इस दौरान CM एकनाथ शिंदे और डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस मौजूद हैं। विदित हो कि 4 साल पहले भी अजीत पवार भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया था तब देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजीत पवार उप मुख्यमंत्री बनाया गया था। लेकिन तब शरद पवार ने भाजपा को एनसीसी द्वारा समर्थन दिए जाने को गलत बताते हुए अपने सभी विधायकों को तलब कर लिया था।
जिसकी वजह से अजित पवार को तब पीछे हटना पड़ा था और उस समय भाजपा की सरकार बहुमत नहीं साबित कर पाई थी। लेकिन इस बार अजीत पवार अपने चाचा पर भारी पड़े हैं।
एनसीपी के कई विधायक बने मंत्री:
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NCP के कई विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। इनमें पवार के अलावा छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, धर्मराव अत्राम, सुनील वलसाड, अदिति तटकरे और हसन मुश्रीफ शामिल हैं।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, अजित पवार के साथ राजभवन में कई ऐसे विधायक जी उपस्थित थे जो पिछले दिनों पटना में विपक्षी एकता बैठक में भी शामिल हुए थे। हालांकि राहुल गांधी के साथ सहयोग करने के शरद पवार के एकतरफा फैसले से वे नाराज चल रहे थे।
विधायकों की मीटिंग में सुप्रिया भी शामिल थीं:
सरकार में शामिल होने से पहले अजित पवार ने रविवार को मुंबई में अपने आवास पर पार्टी के कुछ नेताओं और विधायकों के साथ मीटिंग की। इसमें वरिष्ठ नेता छगन भुजबल और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले मौजूद थीं। मीटिंग के बाद अजित पवार विधायकों के साथ सीधे राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे।