सुकमा : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सुकमा और बीजापुर जिले की सीमा पर बुधवार को हुई एक मुठभेड़ के बाद तीन इनामी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। इन नक्सलियों पर कुल 18 लाख रुपये का इनाम था। मारे गए नक्सलियों में दक्षिण बस्तर डिवीजन का आईईडी एक्सपर्ट कोरसा महेश, माडवी नवीन उर्फ कोसा और अलवम भीमा शामिल हैं।
मुठभेड़ में मारे गए नक्सली और उनके अपराध
यह मुठभेड़ पालीगुड़ा और गुंडराजगुड़ेम के जंगल क्षेत्र में 9 जनवरी की सुबह हुई। सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच यह मुठभेड़ रुक-रुक कर चली, जिसके बाद नक्सलियों के शव, हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई। मारे गए नक्सलियों में कोरसा महेश, माडवी नवीन और अलवम भीमा शामिल हैं। महेश को 8 लाख रुपये का, नवीन उर्फ कोसा और भीमा को 5-5 लाख रुपये का इनाम था।
महेश के खिलाफ 2023 में बेदरे और 2024 में जगरगुंडा में हुए नक्सल हमलों का मास्टर माइंड होने का आरोप था। मुठभेड़ के दौरान बरामद सामग्री में 2 बीजीएल लांचर, एक 12 बोर रायफल, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य और अन्य दैनिक उपयोगी सामान शामिल हैं।
नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों की सफलता
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि यह मुठभेड़ नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत की गई, जिसमें डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की। इस अभियान के तहत अब तक कई हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया गया है और उनके आतंकवादी अभियानों को समाप्त किया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी. ने बताया कि इस वर्ष नक्सल विरोधी अभियान में अब तक 8 हार्डकोर नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, और सुरक्षा बलों का मनोबल उच्च है। बस्तर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास के लिए सुरक्षा बल पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं।
नक्सल विरोधी अभियान में आगे की रणनीति
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी रहेगी। इस मुठभेड़ से यह साफ है कि बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान को और तेज किया जाएगा और जो भी नक्सली कानून की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश करेंगे, वे कड़ी कार्रवाई का शिकार होंगे।