मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त टीम ने एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। उन्होंने हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक आतंकवादी उल्फत हुसैन को गिरफ्तार किया है। यह आतंकी 18 साल से फरार था और उस पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। उल्फत हुसैन, जो जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले का निवासी है, 2001 में गिरफ्तारी के बाद फरार हो गया था। मुरादाबाद पुलिस और एटीएस की टीम ने मिलकर उसे गिरफ्तार किया और अब उससे पूछताछ की जा रही है।
18 साल से फरार था उल्फत हुसैन
आतंकी उल्फत हुसैन की गिरफ्तारी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि वह पिछले 18 वर्षों से सुरक्षा एजेंसियों की गिरफ्त से बाहर था। 1999-2000 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकी प्रशिक्षण लेने के बाद उसने भारत में आतंकी गतिविधियों में भाग लिया था। वह मुरादाबाद में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा था आतंकी उल्फत
जांच में यह पता चला कि उल्फत हुसैन हिजबुल मुजाहिद्दीन का एक सक्रिय सदस्य था, जो आतंकवादियों को भारत में हमला करने के लिए प्रेरित करने और उन्हें प्रशिक्षण देने का काम कर रहा था। मुरादाबाद के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-14 ने 2015 और 2025 में उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया था। इसके बावजूद, वह कानून से बचने में सफल हो रहा था, लेकिन अब उसे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है।
मिलीं विस्फोटक सामग्री और भारी मात्रा में हथियार
मुरादाबाद पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकी से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। उसकी गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसके पास से एके-47 और एके-56 रायफल, दो पिस्टल (30 बोर), 12 हैंड ग्रेनेड, 39 टाइमर, 50 डेटोनेटर, 37 बैटरियां, 29 किलो विस्फोटक पदार्थ, 560 जिंदा कारतूस और आठ मैगजीन बरामद किए। यह सामग्री यह दर्शाती है कि वह किसी बड़ी आतंकी योजना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था।
नये आंतकी मॉड्यूल से जुड़े होने का पता लगा रही सुरक्षा एजेंसियां
गिरफ्तार किए गए आतंकी से अब सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। जांच एजेंसियों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे यह पता करें कि क्या वह किसी नए आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था और उसकी मंशा क्या थी। इसके अलावा, यह भी जांचा जा रहा है कि क्या वह किसी बड़ी आतंकी साजिश में शामिल था। उसकी गिरफ्तारी से यह भी स्पष्ट होता है कि आतंकी संगठन भारत में अपने नेटवर्क को मजबूत करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
पुलिस व यूपी एटीएस की हो रही सराहना
आतंकी की गिरफ्तारी से मुरादाबाद पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण को सराहा जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि ऐसी गिरफ्तारियां आतंकवादियों के नेटवर्क को कमजोर करने में मददगार साबित होती हैं और भविष्य में बड़ी आतंकी घटनाओं को टाला जा सकता है।
हिजबुल मुजाहिद्दीन के सदस्यों की हो रही पहचान
अब गिरफ्तार आतंकी को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां उसके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह गिरफ्तारी उन सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी कामयाबी है जो पिछले दो दशकों से उसे पकड़ने की कोशिश कर रही थीं। अब उम्मीद जताई जा रही है कि इस गिरफ्तारी से हिजबुल मुजाहिद्दीन के अन्य संभावित सदस्यों की पहचान भी की जा सकेगी और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक और कदम आगे बढ़ाया जाएगा।
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