जमशेदपुर : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की लापरवाही से गोविदंपुर में दूसरे दिन भी जलापूर्ति ठप रही। लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरसते रहे। इलाके के लोगों का कहना है कि जैसे ही गर्मी की शुरुआत हुई है वैसे ही यहां पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। उनका कहना है कि गर्मी के चलते लोग परेशान हो रहे हैं। लोग पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार को गुरुवार सुबह से ही फोन कर रहे हैं। मगर, कार्यपालक अभियंता फोन नहीं उठा रहे हैं। इससे इलाके के लोगों का गुस्सा चरम पर है। लोगों का कहना है कि एक तो विभाग की लापरवाही से इस भरी गर्मी में गोविंदपुर में जलापूर्ति प्रभावित कर दी गई है। दूसरी तरफ, अधिकारी फोन उठा कर यह भी नहीं बता रहे कि जलापूर्ति कब से शुरू होगी।
गोविंदपुर नहीं पहुंचा विभागीय अधिकारी
गोविंदपुर के लोगों का कहना है कि जलापूर्ति ठप होने के बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के लोगों को गोविंदपुर जलापूर्ति योजना के प्लांट पर पहुंचना चाहिए था। मगर, कोई भी अधिकारी नहीं आया। गोविंदपुर जलापूर्ति योजना शुरू कराने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।
छह महीने से पत्र लिख रही थी एजेंसी
कार्यकारी एजेंसी जेमिनी गोविंदपुर जलापूर्ति योजना का संचालन करती है। कंपनी के प्रबंधक बताते हैं कि उन्हें एक साल 10 महीने से पैसा नहीं मिला है। उनका कहना है कि वह इस दौरान छह महीने से लगातार पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को पत्र लिख रहे हैं। मगर, कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग रांची को भी पत्र लिखा गया है।
ठेकेदार की भी सामने आ रही लापरवाही

जिला परिषद सदस्य पारितोष सिंह ने बताया कि गोविंदपुर जलापूर्ति योजना में ठेकेदार भी लापरवाही बरत रहा है। जेमिनी एजेंसी इसे ठीक से नहीं चला रही है। इंटकवेल में छह फीट तक गाद भरी है। इसकी सफाई नहीं कराई गई। पानी को शुद्ध करने में लगाए गए केमिकल की गुणवत्ता पर भी सवाल उठते रहे हैं।
35 हजार घरों के लोग परेशान
जलापूर्ति रुकने से गोविंदुपर, परसुडीह, हलुदबनी, सरजामदा, गदड़ा आदि इलाके के 35 हजार घरों में जलापूर्ति ठप है। इससे लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को इस मसले को जल्द हल करना चाहिए।
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