जमशेदपुर : एक्सएलआरआई (XLRI) ने अपने “इमर्जिंग सोशल एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवॉर्ड (XL-JESEY 2025)” के दूसरे संस्करण का आयोजन किया, जिसमें उन महिला उद्यमियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अभिनव कदम उठाए हैं। यह पुरस्कार एक्सएलआरआई के सेंटर ऑफ इंक्लूसिवनेस द्वारा आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य उन महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है जो समाज में व्यावसायिक प्रयासों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बना रही हैं।
“महिला उद्यमिता में नवीन दृष्टिकोण” थीम पर आधारित कार्यक्रम
इस वर्ष का थीम “महिला उद्यमिता में नवीन दृष्टिकोण” था, जिसमें महिला उद्यमियों द्वारा किए गए प्रयासों को प्रदर्शित किया गया, जो न केवल समाज, आर्थिक, और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान कर रहे हैं, बल्कि लैंगिक समानता और समावेशी विकास को भी बढ़ावा दे रहे हैं। इस पुरस्कार के तहत तीन महिला उद्यमियों को उनके अनूठे योगदान के लिए सम्मानित किया गया और प्रत्येक को 1,50,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।
पुरस्कार प्राप्त महिला उद्यमियों के नाम और उनके योगदान
- प्रेमलता पूनिया (हमारी लाडो की संस्थापक) : प्रेमलता पूनिया को ग्रामीण भारत में लड़कियों की शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के लिए शीर्ष पुरस्कार प्रदान किया गया। उनका उद्देश्य हाशिए पर मौजूद महिलाओं को शिक्षा, परामर्श और कौशल विकास के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है।
- अनुराधा ऋच्छरिया (ललितपुर महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की प्रबंध निदेशक) : अनुराधा ऋच्छरिया को महिला किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने, वित्तीय साक्षरता और टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया गया।
- अरुणा तिर्की (अजम एंबा की संस्थापक) : अरुणा तिर्की को आदिवासी व्यंजनों के पुनरुद्धार और महिलाओं के लिए सतत खाद्य उद्यमिता के अवसर प्रदान करने के लिए सम्मानित किया गया। उनकी पहल पारंपरिक खानपान को बढ़ावा देने के साथ-साथ आर्थिक आत्मनिर्भरता का एक सफल मॉडल प्रस्तुत करती है।
सोशल एंटरप्रेन्योरशिप कॉन्क्लेव और महिला उद्यमिता पर चर्चा
यह पुरस्कार समारोह सोशल एंटरप्रेन्योरशिप कॉन्क्लेव के आठवें संस्करण में आयोजित किया गया, जिसका विषय “महिला उद्यमिता और समावेशी विकास” था। कॉन्क्लेव में 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें छात्र, उद्योग जगत के लीडर, नीति निर्माता और सामाजिक उद्यमी शामिल थे। मुख्य अतिथि के रूप में रूपा रोशन साहू (आईएएस, राजस्व संभागीय आयुक्त, दक्षिणी संभाग, ब्रह्मपुर) उपस्थित थीं। उन्होंने महिला उद्यमियों के लिए नीति ढांचे, संरचनात्मक चुनौतियों और अवसरों पर अपने विचार साझा किए और तीनों महिला उद्यमियों को सम्मानित किया।
कॉन्क्लेव में दो प्रमुख पैनल चर्चाएं
पैनल 1: महिला सशक्तिकरण के लिए कॉर्पोरेट पहल और नीतियां
इस सत्र का संचालन मनस्मिता जेना ने किया, जिसमें महिला नेतृत्व, कॉर्पोरेट नीतियों और वित्तीय सहायता तक पहुंच पर चर्चा की गई। पैनल में सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अमयविक्रम थानवी, प्रो. सस्मिता सामंता (संस्थापक और चेयरपर्सन, SOUL लिमिटेड) और सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट मोहिनी प्रिया शामिल थीं।
पैनल 2: महिला-केंद्रित उद्यमिता के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देना
इस सत्र में पद्मावती उत्तरवार, प्रेमलता पूनिया, भावना इस्सर, उषा पालियथ और ऐश्वर्या चंद्रशेखर ने महिलाओं द्वारा नेतृत्व किए गए व्यवसायों में तकनीकी नवाचार, परामर्श और अभिनव व्यावसायिक मॉडलों की भूमिका पर विचार-विमर्श किया।