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झारखंड के मनोहरपुर से ऑनलाइन सट्टेबाजी के जाल में फंसे युवक

by Rajeshwar Pandey
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  • देश भर में फैले महादेव एप के काले कारोबार में राज्य के सट्टेबाज भी शामिल 

चाईबासा: देशभर में बदनाम हो चुके महादेव सट्टा एप के ऑनलाइन नेटवर्क को छत्तीसगढ़ पुलिस ने तगड़ा झटका दिया है। हाल ही में रायपुर पुलिस द्वारा की गई एक बड़ी कार्रवाई में 6 राज्यों से 14 सटोरिए गिरफ्तार किए गए, जिसमें झारखंड के मनोहरपुर (पश्चिमी सिंहभूम) के तीन युवक भी शामिल हैं।


यह कार्रवाई तब सामने आई जब छत्तीसगढ़ की एंटी क्राइम और साइबर यूनिट ने आईपीएल 2025 सीजन के दौरान ऑनलाइन सट्टेबाज़ी के नेटवर्क पर नज़र रखी। जांच के बाद पता चला कि कोलकाता और गुवाहाटी में बैठकर पूरे देश में ऑनलाइन सट्टा संचालित किया जा रहा था।

मनोहरपुर के 3 युवक  गिरफ्तार!


पश्चिमी सिंहभूम जिले के जिन तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है, उसमें मनोहरपुर बॉस मेडिकल के पास रहने वाले 21 साल के अंकुल मिश्रा, मनोहरपुर के देवी मंदिर गली में रहने वाले 23 साल के दीपांशु गुप्ता और मनोहरपुर रेलवे स्टेशन के सामने रहने वाला 19 साल का हरदीप सिंह शामिल है। 


मनोहरपुर जैसे इलाके से सट्टेबाजी के बड़े मामले में गिरफ्तार इन युवकों की गिरफ्तारी ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये सभी आरोपी महादेव एप के एल 95 लोटस, लोटस 651 और लोटस 656 जैसे पैनल चला रहे थे और इनके जरिए झारखंड समेत अन्य राज्यों से सट्टा खेलने वालों को जोड़ा गया था।

ऑपरेशन की सफलता, देशव्यापी नेटवर्क का भंडाफोड़!

छत्तीसगढ़ पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई में कुल 14 सटोरिए गिरफ्तार किए गए, जिनमें से तीन झारखंड से, दो मध्यप्रदेश, एक पंजाब, एक उत्तर प्रदेश, एक बिहार और छह छत्तीसगढ़ के हैं। छापेमारी में इनके पास से पुलिस ने 67 मोबाइल फोन, 8 लैपटॉप, 4 राउटर, 94 एटीएम कार्ड, 15 सिम कार्ड, 32 बैंक पासबुक, 3 चेकबुक, 3 रजिस्टर जिनमें सट्टे का हिसाब-किताब लिखा था. कुल मिलाकर 30 लाख रुपये का सामान पुलिस ने आरोपियों के पास से जब्त किया है।

राज्य में युवाओं के लिए चेतावनी की घंटी!

इस मामले में सबसे चिंता की बात यह है कि झारखंड के छोटे से कस्बे मनोहरपुर जैसे ग्रामीण इलाकों के युवा इस डिजिटल अपराध के जाल में फंस रहे हैं। गांवों और कस्बों में बेरोजगारी और तकनीक तक आसान पहुंच इस तरह के अपराध को बढ़ावा दे रही है।
स्थानीय प्रशासन और साइबर सेल को अब राज्य के युवाओं को इस खतरे से बचाने के लिए तत्काल कदम उठाने होंगे। स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों में साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।

पुलिस की सख्ती और अगला कदम!

देवेन्द्र नगर थाना में आरोपी युवकों पर भारतीय तार अधिनियम 25सी समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। साथ ही 1500 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज़ करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर यह छापेमारी कि कार्यवाही पूरी की गई। अब पुलिस की कोशिश है कि इस गिरोह के मुख्य सरगनाओं तक भी पहुंच बनाई जाए, ताकि महादेव एप का नेटवर्क जड़ से खत्म किया जा सके।

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