Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की राजनीति गर्म है। इस चुनाव में अब तक सबसे हॉट सीट पूर्णिया बनी हुई है। बिहार की पूर्णिया सीट पर बुधवार को राजद प्रत्याशी बीमा भारती ने नामांकन कर दिया है। पूर्णिया सीट बीते कुछ दिनों से काफी चर्चा में है, दरअसल यहां से पप्पू यादव चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। पप्पू यादव ने आज 4 अप्रैल को अपना नॉमिनेशन फाइल करने का ऐलान किया है।
उन्होंने बुधवार 3 अप्रैल को फिर से दोहराया कि पूर्णिया नहीं छोडूंगा, चाहे कुछ हो जाए। किसी और को मधेपुरा से लड़ा दिया जाए। कोरोना के समय हमने पूर्णिया को नहीं छोड़ा। हमने पूर्णिया के लोगों की मदद की है। ऐसे में अब हम पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे।
Lok Sabha Election 2024: इतने बजे नामांकन दाखिल करेंगे पप्पू यादव
लोकसभा चुनाव के लिए पप्पू यादव करीब 11:15 बजे पर्चा दाखिल करने पहुंचेंगे। नामांकन के बाद वे टाउन हॉल में समर्थकों को संबोधित करेंगे। नामांकन से पहले सुबह करीब 10 बजे पप्पू यादव टाउन हॉल जाएंगे, जहां आमंत्रण पर नामांकन में आए लोगों का आशीर्वाद लेंगे। इन सब के बाद वे करीब 10:45 बजे टाउन हॉल से समाहरणालय नॉमिनेशन के लिए निकलेंगे।
समर्थकों के साथ शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए वे नामांकन पर्चा दाखिल करने पहुंचेंगे। नॉमिनेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद समर्थकों के हुजूम के साथ पप्पू यादव वापस टाउन हॉल पहुंचेंगे, जहां नॉमिनेशन में पहुंचे समर्थकों के बीच संबोधन के साथ ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
Lok Sabha Election 2024: पप्पू यादव के आने से बीमा भारती की बढ़ेगी मुश्किल
पप्पू यादव अगर नॉमिनेशन करते हैं, तो पूर्णिया का चुनाव लोगों के लिए काफी दिलचस्प होगा। यहां फिर मुकाबला त्रिकोणीय हो जाएगा। पप्पू यादव के चुनावी मैदान में आने से बीमा भारती की मुश्किल बढ़ जाएगी और एनडीए में जदयू के उम्मीदवार संतोष कुशवाहा की राह आसान हो सकती है।
Lok Sabha Election 2024: लालू यादव के दबाव के आगे कांग्रेस को झुकना पड़ा
बता दें, कि पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ने के लिए पप्पू यादव ने बीते महीने 20 मार्च को दिल्ली में अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया था। कांग्रेस में विलय के बाद वो पार्टी से पूर्णिया सीट पर अपनी उम्मीदवारी का टिकट चाहते थे। हालांकि पूर्णिया सीट को लेकर बिहार में महागठबंधन में शामिल आरजेडी और कांग्रेस के बीच ठन गई थी। लालू यादव किसी भी कीमत पर पूर्णिया सीट कांग्रेस को नहीं देना चाहते थे।
यही वजह है कि सीट शेयरिंग फाइनल होने से पहले ही लालू यादव ने बीमा भारती को बुलाकर पूर्णिया से चुनाव लड़ने के लिए अपनी पार्टी का सिंबल दे दिया था। इसके बाद दिल्ली में सीट शेयरिंग के लिए आरजेडी और कांग्रेस की बीच जो मीटिंग हुई थी, उसमें लालू के दबाव के आगे कांग्रेस को झुकना पड़ा और पूर्णिया सीट से कांग्रेस को अपना दावा छोड़ना पड़ा।
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