जामताड़ा : झारखंड के जामताड़ा जिले में चाकरी स्थित भारतीय खाद्य निगम (FCI) के गोदाम में भीगा और दुर्गंधयुक्त चावल पहुंचने का मामला सामने आया है। गरीबों के लिए वितरित किए जाने वाले इस चावल की खराब गुणवत्ता और दुर्गंध ने प्रशासन को जांच के लिए मजबूर कर दिया है। ट्रक से आ रही तीव्र सड़ांध के कारण यह घोटाला उजागर हुआ।
एफसीआई गोदाम में भीगे चावल की आपूर्ति का खुलासा
जानकारी के अनुसार, एफसीआई गोदाम के बाहर कई दिनों से चावल से लदे ट्रक खड़े थे। इन ट्रकों से तेज दुर्गंध निकलने लगी, जिससे स्थानीय लोगों और अधिकारियों को संदेह हुआ। प्रशासन को सूचना मिलने पर उपायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए।
अनुमंडल पदाधिकारी और आपूर्ति पदाधिकारी ने की जांच
जिलाधिकारी के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार और जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजशेखर ने घटनास्थल पर पहुंचकर चावल से लदे ट्रकों की मौके पर जांच की। जांच में यह पुष्टि हुई कि चावल भीगा हुआ और दुर्गंधयुक्त था। एसडीओ अनंत कुमार ने बताया कि भीगा और सड़ा चावल पाया गया है। इसके लिए ट्रांसपोर्टर और ठेकेदार पूरी तरह जिम्मेदार हैं। मामले की जांच कर एफसीआई को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
सभी ट्रक लिए गए प्रशासनिक कस्टडी में
जांच दल ने सभी संदिग्ध ट्रकों को कस्टडी में ले लिया है और चावल की गुणवत्ता की विस्तृत जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि यह चावल मधुपुर के रेलवे रैक से लोड होकर ट्रकों के माध्यम से जामताड़ा एफसीआई गोदाम तक पहुंचाया गया था।
सिस्टम पर सवाल, पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब एफसीआई गोदाम में खराब अनाज की आपूर्ति का मामला सामने आया है। इससे पहले भी इसी प्रकार की शिकायतें आ चुकी हैं, लेकिन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। इस बार मामला उजागर होने के बाद प्रशासनिक सतर्कता दिखाई दे रही है, लेकिन बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं सिस्टम की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं।
BJP ने जताई गड़बड़ी की आशंका
इस घटना पर भाजपा नेताओं ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की आशंका जताई है। भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वीरेंद्र मंडल ने आरोप लगाया कि ट्रकों में सड़ा हुआ अनाज वजन मिलाने के लिए लादा जाता है और उत्कृष्ट चावल राइस मिल के जरिए बाजार में बेचा जाता है। उन्होंने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि जल्द ही उपायुक्त से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे।