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Palamu police News : यह तो हद हो गई ! प्रतिबंधित और गोपनीय एप्स का कर रहे इस्तेमाल, प्रेमी युगल बने पुलिस के लिए सिरदर्द

Jharkhand News : गोपनीय एप्स के जरिए संवाद, पुलिस के लिए बढ़ी चुनौती

by Rakesh Pandey
Palamu- News
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पलामू : झारखंड के पलामू जिले से एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। यहां प्रेमी युगल, विशेष रूप से नाबालिग जोड़े, ऐसे प्रतिबंधित और गोपनीय मोबाइल एप्स का उपयोग कर रहे हैं, जो न तो आम उपयोग में हैं और न ही आसानी से ट्रेस किए जा सकते हैं। यह स्थिति पुलिस प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती बनती जा रही है, क्योंकि इन एप्स से जुड़े मामलों में डेटा रिकवरी और लोकेशन ट्रैकिंग करना बेहद कठिन हो जाता है।

गोपनीय एप्स के जरिए संवाद, पुलिस के लिए बढ़ी चुनौती

पलामू पुलिस के अनुसार, हर सप्ताह औसतन 5 से अधिक नाबालिग प्रेमी युगल को राज्य के बाहर से रेस्क्यू किया जा रहा है। वहीं, 10 से अधिक मामलों में फरारी की शिकायतें सामने आ रही हैं। पुलिस की कार्रवाई के दौरान इन प्रेमी युगलों के मोबाइल फोन से ऐसे एप्लिकेशन मिले हैं, जो भारत में प्रतिबंधित हैं या जिनकी लो विजिबिलिटी के कारण ट्रेस करना मुश्किल होता है।

Palamu police News : केस स्टडी 01 : प्रतिबंधित डेटिंग एप से संपर्क, नाबालिग हैदराबाद में ट्रेस

हुसैनाबाद, पलामू से फरार एक नाबालिग प्रेमी जोड़ा हैदराबाद में जाकर छिपा हुआ मिला। जांच में सामने आया कि दोनों के बीच संवाद एक ऐसे डेटिंग एप के जरिए हुआ, जो प्रचलन में ही नहीं है और जिसका साइबर रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है।

केस स्टडी 02 : गुजरात से रिकवरी, IMO एप का हुआ खुलासा

एक अन्य मामले में पलामू पुलिस ने गुजरात से एक प्रेमी युगल को रिकवर किया। जांच के दौरान प्रेमी युगल के मोबाइल में IMO एप मिला, जो कि भारत में प्रतिबंधित है। इस एप के जरिए संवाद और लोकेशन शेयर की जा रही थी, जिससे पुलिस की निगरानी प्रणाली विफल हो गई।

Palamu police News: कई बार फरार हो रहे वही युवक-युवती, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर भी कारण

पलामू पुलिस की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि कुछ लड़के और लड़कियां बार-बार फरार हो रहे हैं। कई मामलों में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर भी वजह बन रहा है। एसपी रीष्मा रमेशन ने जानकारी दी कि 14 से 17 वर्ष की उम्र के किशोर और किशोरियां इन एप्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।

जागरूकता अभियान की शुरुआत, काउंसलिंग से खुल रहे राज

पुलिस द्वारा इन मामलों में काउंसलिंग की जा रही है, जिसमें न केवल एप्स की जानकारी सामने आ रही है, बल्कि पारिवारिक और सामाजिक समस्याओं का भी खुलासा हो रहा है। इसके साथ ही, जागरूकता अभियान चलाकर अभिभावकों और स्कूलों को सतर्क किया जा रहा है।

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