Garhwa (Jharkhand) : झारखंड के गढ़वा जिले के मझिआंव नगर पंचायत क्षेत्र में आवारा कुत्तों के हमले से बड़ी घटना सामने आई है। भुसूआ गांव निवासी झाउल पाल की 10 बकरियां कुत्तों के झुंड के हमले में मारी गईं। घटना बुधवार की शाम की है, जब झाउल पाल पास के जंगल से अपनी बकरियां चराकर घर लौट रहे थे। जैसे ही वे सतमानवा नहर के पास स्थित कचरे के ढेर से गुजरे, वहां भोजन की तलाश में भटक रहे कुत्तों के झुंड ने अचानक हमला कर दिया। झाउल पाल किसी तरह जान बचाकर भागे, लेकिन उनकी सभी बकरियां कुत्तों के चंगुल से नहीं बच सकीं।
एक लाख से अधिक का नुकसान, टूटा सहारा
पीड़ित पशुपालक झाउल पाल ने बताया कि हमले में उनकी 10 बकरियां मारी गईं, जिनकी कीमत लगभग एक लाख रुपये से अधिक थी। उन्होंने कहा कि उनका परिवार पूरी तरह से बकरियों पर निर्भर था और यही उनकी रोज़ी-रोटी का प्रमुख साधन था। झाउल पाल ने गहरी चिंता जताते हुए कहा कि इस नुकसान से उनका परिवार आर्थिक संकट में आ गया है।
कचरे के ढेर से फैल रहा खतरा
स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर पंचायत द्वारा डंपिंग किए गए कचरे में मुर्गी के पंख, सड़ा-गला मांस और गंदी सामग्री पड़ी रहती है। इसी के कारण कुत्तों के झुंड वहां बड़ी संख्या में जुटते हैं। समाजसेवी इबरार खां ने इस घटना को गंभीर बताते हुए नगर पंचायत कार्यालय के कार्यपालक पदाधिकारी शैलेश कुमार से कचरा प्रबंधन पर ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते कचरे का सही निस्तारण नहीं हुआ तो न केवल गांव में दुर्गंध और बीमारियों का खतरा बढ़ेगा, बल्कि कुत्तों का हमला इंसानों पर भी हो सकता है।
प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि नगर पंचायत तत्काल कचरा प्रबंधन व्यवस्था को दुरुस्त करे और आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान निकाले। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो इस तरह की घटनाएं दोबारा भी हो सकती हैं और इससे ग्रामीणों की जान-माल की सुरक्षा पर खतरा मंडराता रहेगा।