छठ महापर्व के बाद बिहार में चुनाव होने की संभावना
पटना : बिहार में विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है और यह पर्व-त्योहार का सीजन है। इस दौरान बिहार के बाहर रह रहे लाखों लोग छठ, दीपावली, दुर्गापूजा और होली जैसे त्योहारों में अपने गांव लौटते हैं। चुनाव भी इसी समय होने की अटकलें हैं, जिससे राज्य लौटने वाले मतदाताओं की भूमिका बेहद अहम हो सकती है। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार इन यात्रियों की सहूलियत के लिए एक बड़ा कदम उठा रही है।
चुनाव और त्योहारों में सहूलियत : बिहार में दौड़ेंगी 299 बसें
24 जून 2025 को हुई कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार ने 299 बसें चलाने का फैसला किया है, जो बिहार से जुड़े अंतरराज्यीय मार्गों यानी दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से यात्रियों को बिहार लाने में सहायक होंगी। इन बसों में 75 वातानुकूलित (AC), 74 डीलक्स बसें होंगी, जिनकी खरीद के लिए 105.82 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही, सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत 150 अतिरिक्त AC बसों का संचालन किया जाएगा।
सीएम नीतीश कुमार का ट्वीट : बिहार लौटने वालों को मिलेगा सहूलियत
नीतीश कुमार ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर लिखा,
‘बिहार के लोग पर्व-त्योहारों जैसे छठ, होली, दीपावली और दुर्गा पूजा के अवसरों पर भारी संख्या में दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से अपने घर लौटते हैं। पर्व-त्योहारों में बिहार लौटने में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बिहार आने वालों की यात्रा सुगम बनाने और सहूलियत प्रदान करने के लिए हमारी सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में बिहार से जुड़े अंतरराज्यीय मार्गों पर राज्य सरकार 299 AC एवं नॉन-AC बसें चलाने जा रही है, जिसे 24 जून 2025 को मंत्रिपरिषद की बैठक में स्वीकृति दी गई है’।
विशेष ट्रेनों के अनुरोध से मिलेगा और सहारा
नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि राज्य सरकार पर्व-त्योहारों के अवसरों (खासकर छठ, होली, दीपावली एवं दुर्गा पूजा) में केंद्र सरकार से विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध करेगी, ताकि बिहार लौटने वालों को और सहूलियत मिले और वे सुविधापूर्वक अपने घर पहुंच सके।
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