पटना : बिहार में एक अक्टूबर 2023 को आयोजित हुई 21,391 सिपाही पदों की भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया है। केंद्रीय चयन पर्षद (CSBC) ने इसकी जानकारी दी है। पेपर लीक होने के आरोपों के बाद कई जगहों पर परीक्षा केंद्रों पर छापेमारी भी की गई थी। कई परीक्षार्थियों को गिरफ्तार भी किया गया है। केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) की ओर से एक अक्टूबर को राज्य के 529 केंद्रों पर परीक्षा हुई थी। हालांकि परीक्षा में कदाचार को लेकर कई प्रकार की खबरें सामने आईं, जिसके बाद बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) एक्टिव हो गई है। ईओयू ने अपनी जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही अगली सारी परीक्षाएं अगले आदेश तक रद्द कर दी गई हैं।
आधिकारिक तौर पर जारी किया गया बयान
रविवार को बिहार पुलिस में सिपाही बहाली के लिए दो पालियों में परीक्षा होने के बाद पता चला कि इस परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो गया है। इस मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) कार्रवाई में जुट गई है। इस पर ADG नैयर हसनैन खान ने खुद संज्ञान लिया है और EOU ने इसकी जांच की शुरुआत की है। इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। अलग-अलग जगहों पर कई टीमें पटना से भेजी गई हैं। केंद्रीय चयन पर्षद ने 1 अक्टूबर को हुए बिहार पुलिस में सिपाही बहाली की परीक्षा को कैंसिल कर दिया। इस बारे में पर्षद की तरफ से आधिकारिक तौर पर बयान जारी किया गया है।
परीक्षार्थियों को किया गया था गिरफ्तार
पटना के कंकड़बाग के रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज से पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 5 के पास बरामद आंसर-की प्रश्नपत्र से मैच हुई है। परीक्षा के दौरान पटना, सारण, बक्सर, समस्तीपुर, जमुई, लखीसराय, जमुई, बेगूसराय, शेखपुरा, कैमूर समेत 10 जिलों से 123 से अधिक अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें 70 से अधिक सॉल्वर हैं। कैमूर के भूपेश गुप्त इंटर कॉलेज के केंद्र अधीक्षक संजय सिंह समेत 11 परीक्षार्थियों और शेखपुरा में 12 अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
आगे क्या होगा फैसला?
परीक्षा का पेपर लीक हो जाने के बाद अभ्यर्थियों की हिम्मत टूटी हुई नजर आ रही है। हालांकि मामले की जांच के लिए गठित टीम कारवाई में लगी हुई है।आगे की जानकारी जल्द ही सामने आएंगी। फिलहाल के लिए अगले आदेश तक परीक्षाएं रद्द रहेंगी।
आगामी सारी परीक्षाएं अगले आदेश तक रद्द
बिहार में 21,391 नए जवानों की भर्ती की जानी है। इनकी नियुक्ति का काम दिसंबर तक पूरा भी हो जाएगा। अक्टूबर महीने में निर्धारित की गई तारीखों को लिखित परीक्षा होनी थी। बात दें कि उसे भी अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है। शनिवार 7 दिसंबर 2023 को निर्धारित तीसरी एवं चौथी और 15 अक्टूबर 2023 को निर्धारित पांचवीं और छठी पालियों की लिखित परीक्षाओं को भी अगले आदेश तक स्थगित करने का फैसला लिया है। बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक और केंद्रीय चयन परिषद के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंघल ने घोषणा की कि हो चुकी लिखित परीक्षाओं के साथ शेष चारों पालियों की परीक्षाओं के लिए नई तिथि और समय की घोषणा बाद में की जाएगी।
21 जिलों में 67 FIR दर्ज हुई
रविवार को बिहार पुलिस की सिपाही बहाली की परीक्षा के दौरान पटना में नकल करने के मामले में 6 उम्मीदवारों को पकड़ा गया था। उनके पास से आंसर-की मिली थी। यह मामला गंभीर होकर राज्य के 21 जिलों में 67 FIR (पुलिस की प्राथमिकी रिपोर्ट) दर्ज हुई है। इसके अलावा, 148 ऐसे लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जिन्हें इस मामले में शामिल माना जा रहा है। इस मामले की जांच और कार्रवाई के लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने जिम्मेदारी ली है। वह इसे गंभीरता से देख रहे हैं। ADG नैयर हसनैन खान ने बताया कि सारण जिला में 12 FIR दर्ज की गई हैं, जो केस की शीर्षक हैं, और इन सभी केसों को टेक ओवर किया गया है।
शातिर सेटर्स का संगठन
पार्षद ने दावा किया है कि परीक्षा के बाद सामने आए तथ्यों के बाद से उनकी टीम ने इस मामले की जांच चलाने का काम शुरू किया था। हालांकि, उनकी टीम के पास 2 अक्टूबर को और भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं, जिन्हें वे गहनता के साथ रिव्यू कर रहे हैं। क चयन पर्षद ने यह भी बताया कि शुरुआती तौर पर यह खुलासा हुआ है कि सिपाही भर्ती की इस परीक्षा को लेकर शातिर सेटर्स का एक संगठित गिरोह गतिविधि रूप में शामिल था, और इसकी संभावना है कि सेटर्स की वजह से परीक्षा प्रभावित हुई हो।