जमशेदपुर: पोटका विधानसभा में शुक्रवार को भाजपा युवा मोर्चा की ओर से एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस आयोजित की गई, जिसमें ज़िला अध्यक्ष नीतीश कुशवाहा ने झामुमो प्रत्याशी और मौजूदा विधायक संजीव सरदार पर भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार और कार्यकर्ताओं की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विधायक ने अपने रिश्तेदारों को प्राथमिकता दी और क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया।
सरकारी पदाधिकारियों के ट्रांसफर में अनियमितता का आरोप
नीतीश कुशवाहा ने आरोप लगाया कि विधायक संजीव सरदार सरकारी अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग में मनमानी कर रहे हैं, जो कई बार अखबारों में भी खबर का विषय बना है। उन्होंने यह भी कहा कि हरिणा मंदिर और रंकणी मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए जारी किए गए करोड़ों रुपये में भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं। मंदिरों से जुड़ी सड़कों पर फाइबर ब्लॉक का काम सिर्फ पैसों की बंदरबांट के लिए किया गया।
अधूरी योजनाएं और रुके हुए विकास कार्य
भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष ने कहा कि विधायक ने डिग्री कॉलेज और पॉलिटेक्निक कॉलेज बनाने की घोषणा की थी, लेकिन ये अभी तक हकीकत नहीं बन सके हैं। पहले से बने डिग्री कॉलेज की हालत खस्ता है, और जगह-जगह से छज्जे गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। उनके कार्यकाल में कई सड़क और नाली निर्माण अधूरे पड़े हैं।
महिला समूहों का राजनीतिक फायदा उठाने का आरोप
नीतीश कुशवाहा ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से बने महिला समूहों (जेएसपीएल) का विधायक ने केवल चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल किया। ब्लॉक स्तर के बीपीएम जैसे पदों पर अपने हितों के अनुसार स्थानांतरण करवाकर महिला समूहों को वोट बैंक के रूप में प्रयोग करने का आरोप भी लगाया।
बार-बार टेंडर जारी और ठेकेदारों की नाराजगी
कुशवाहा ने बताया कि क्षेत्र में लगातार टेंडर जारी किए जा रहे हैं, लेकिन कार्य पूरे नहीं हो रहे हैं। स्थानीय ठेकेदारों ने सार्वजनिक रूप से यह मुद्दा उठाया है, और अधूरे कामों के कारण क्षेत्र की जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
राशन वितरण में अनियमितता
भाजपा युवा मोर्चा ने आरोप लगाया कि पोटका के निवासियों को 12 महीने का राशन देने के बजाय केवल नौ-दस महीने का राशन दिया जा रहा है, और राशन की गुणवत्ता में भी गड़बड़ी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राशन में भ्रष्टाचार आदिवासी समाज की अनदेखी का एक बड़ा कारण है।
बीपीएम मंटू मुंडा का विवादित ट्रांसफर
प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान नीतीश कुशवाहा ने बीपीएम मंटू मुंडा के पोटका में पुनः स्थानांतरण को लेकर सवाल उठाए। उनका आरोप है कि यह ट्रांसफर महिला समितियों को प्रभावित करने और चुनावी लाभ पाने के लिए किया गया है। भाजपा युवा मोर्चा ने मंटू मुंडा को तुरंत हटाने की मांग की है।
इस मौके पर युवा मोर्चा के ज़िला मंत्री गणेश सरदार, ज़िला परिषद सदस्य सूरज मंडल, एसटी मोर्चा ज़िला मंत्री मनोज सरदार, दिनेश कर, पिंटू पुराण, विशाल मुंडा और अभिषेक आचार्य सहित कई अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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