नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडबल्यू) ने फर्जी स्क्रैप ट्रेडिंग कारोबार के नाम पर 38 लोगों से करीब 6.35 करोड़ रुपये ठगने वाले मुख्य आरोपी जामिल अख्तर को गिरफ्तार कर लिया है। जामिल और उसके साथियों ने उच्च रिटर्न का लालच देकर निवेशकों को फंसाया और करोड़ों रुपये हड़प लिए थे।
ईओडबल्यू के डीसीपी विक्रम के. पोरवाल ने बताया कि नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के नेहरू विहार निवासी रियाजुल हसन खान समेत कई पीड़ितों ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि जामिल ने दावा किया था कि वह एक सफल और बड़ा स्क्रैप ट्रेडिंग व्यवसाय चलाता है। इसके साथ ही वह निवेशकों को भारी मुनाफे का वादा करता था। जामिल ने अपने परिवार के सदस्यों को भी कारोबारी साझेदार के रूप में पेश किया था, जिससे उसकी विश्वसनीयता और बढ़ गई।
शिकायत के आधार पर 18 जनवरी 2024 को एफआईआर दर्ज की गई थी। जांच में सामने आया कि जामिल ने 38 लोगों को फर्जी आश्वासन देकर करोड़ों रुपये ठगे थे। शुरुआत में 1-2 पीड़ितों की शिकायत आई थी, लेकिन जांच के दौरान 37 अन्य पीड़ित भी सामने आए जिन्होंने समान आरोप लगाए।
जांच में खुलासा हुआ कि जामिल ने अपने सह-आरोपियों के साथ मिलकर एक काल्पनिक पैन-इंडिया स्क्रैप ट्रेडिंग कारोबार का झांसा दिया था। उन्होंने पीड़ितों को जाली दस्तावेज दिखाए और उन्हें उच्च लाभ का लालच देकर निवेश करवाया। वास्तव में जामिल ने कभी कोई असली कारोबार नहीं किया था। वह एक पोंजी योजना के तहत नए निवेशकों से पैसा लेकर पुराने निवेशकों को लाभ के रूप में देता था।
जब निवेशकों को promised रिटर्न नहीं मिला, तब उन्हें धोखा समझ में आया और मामला पुलिस तक पहुंचा। आरोपी जामिल घटना के बाद फरार हो गया था, जिसके खिलाफ पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की। अंततः 13 मई को जामिल ने कड़कड़डूमा कोर्ट में आत्मसमर्पण किया, जहां से उसे गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि मामले की आगे भी जांच जारी है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।
यह मामला निवेशकों को सावधानी बरतने की भी एक चेतावनी है कि बिना जांच-पड़ताल के उच्च रिटर्न के लालच में निवेश न करें।