देवघर (झारखंड) : झारखंड के देवघर जिले के जसीडीह थाना क्षेत्र में चकाई मोड़ के पास शुक्रवार की देर रात अचानक आग लग गई, जिससे इलाके में खलबली मच गई। आग की चपेट में आने से लगभग डेढ़ दर्जन छोटी-बड़ी दुकानें जलकर पूरी तरह से नष्ट हो गईं, जिससे लाखों की संपत्ति राख हो गई।
यह घटना होली के दौरान देर रात की थी, जब सभी दुकानें बंद हो चुकी थीं। अधिकांश दुकानदार अपने-अपने घरों को लौट चुके थे, लेकिन दो होटल संचालक होटल के अंदर सो रहे थे। उन्होंने किसी तरह आग की लपटों से बचने के लिए होटल से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। दुकानों और होटलों में बांस और प्लास्टिक का उपयोग हुआ था, जिससे आग तेजी से फैल गई और पूरी दुकानें जल गईं।

चार घंटे चली मशक्कत
आग की चपेट में आने वाले स्थान की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और दुकानदारों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि काबू पाना मुश्किल था। इसके बाद अग्निशामक विभाग ने तीन दमकल गाड़ियों और आठ टैंकरों से पानी लाकर आग पर काबू पाया। दमकलकर्मियों को आग बुझाने में करीब चार घंटे का समय लग गया।

अनुमानित नुकसान
आग में कई दुकानदारों की संपत्ति जलकर राख हो गई। इनमें गोपालपुर गांव के दशरथ दास का स्कूटर और ठेला, रामचंद्रपुर गांव के उज्ज्वल दूबे का रिक्शा और दुकान, टुनटुन मोदी का पान गुमटी और कई अन्य व्यापारियों के होटल, फ्रिज, राशन, नकद राशि और अन्य सामान भी जलकर नष्ट हो गए। आग में दस लाख से अधिक की संपत्ति का नुकसान होने का अनुमान है।
बिजली आपूर्ति 12 घंटे रही बाधित
आग के कारण एक बिजली के खंभे और तार भी क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे इलाके में करीब 12 घंटे तक बिजली की आपूर्ति बंद रही। इसके अलावा, मुख्य मार्ग पर वाहनों का आवागमन भी चार घंटे तक प्रभावित रहा। इस घटना से लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा।
पुलिस-प्रशासन ने लिया घटनास्थल का जायजा
घटना की जानकारी मिलते ही जसीडीह थाना प्रभारी दीपक कुमार, एसआई उदय कुमार सिंह, एएसआई अजीत कुमार तिवारी और अन्य पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। साथ ही भाजपा की वरिष्ठ नेत्री रीता चौरसिया और जिला प्रशासन की टीम ने भी मौके का निरीक्षण किया।
आग लगने के कारण की जांच जारी
आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। अनुमान जताया जा रहा है कि सूखी झाड़ियों में किसी शरारती तत्व द्वारा आग लगाई गई हो, जो बाद में दुकानों तक फैल गई। पुलिस और प्रशासन इस घटना की वजह का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं।
प्रशासन ने पीड़ितों को आश्वस्त किया
घटना के बाद उपायुक्त विशाल सागर ने नगर आयुक्त रोहित सिन्हा और अपर समाहर्ता हीरा कुमार को घटनास्थल का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पीड़ित दुकानदारों से बातचीत की और उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन इस कठिन समय में उनके साथ है। साथ ही, उपायुक्त ने वरीय अधिकारियों को आगजनी के कारण की जांच करने का निर्देश दिया और भविष्य में ऐसी घटना से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की बात कही।