

Ranchi (Jharkhand) : झारखंड पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। राज्य के मोस्ट वांटेड अपराधी मयंक सिंह को भारत वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। झारखंड एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) की एक टीम उसे अजरबैजान गणराज्य से प्रत्यर्पित कराकर भारत लाने के लिए रवाना हो चुकी है। उम्मीद है कि 23 अगस्त तक मयंक सिंह भारत पहुंच जाएगा। उसके खिलाफ झारखंड में कुल 48 आपराधिक मामले दर्ज हैं।

सजा दिलवाने की तैयारी शुरू
एक तरफ जहां एटीएस की टीम मयंक सिंह को लाने के लिए मिशन पर है, वहीं दूसरी ओर झारखंड पुलिस ने उसके खिलाफ दर्ज सभी मामलों की समीक्षा शुरू कर दी है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर, मयंक को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए सभी जरूरी सबूतों और गवाहों को जुटाया जा रहा है। इसका उद्देश्य भारत आने के बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत उसे तुरंत सजा दिलाना है।

48 मामलों में है वांछित
झारखंड पुलिस मुख्यालय के अनुसार, मयंक सिंह के खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में 48 मामले दर्ज हैं। इनमें से सबसे अधिक मामले हजारीबाग जिले के बड़कागांव, केरेडारी, कोर्रा और हजारीबाग सदर थानों में हैं। इसके अलावा, रांची, रामगढ़, पलामू और गिरिडीह में भी उसके खिलाफ केस दर्ज हैं। एटीएस से मिली जानकारी के मुताबिक, मयंक पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और राजस्थान में भी आपराधिक मामले हैं। भारत लाए जाने के बाद इन राज्यों की पुलिस भी उससे पूछताछ करेगी।

कैसे हुई गिरफ्तारी?
आतंकी गतिविधियों से जुड़े अभियुक्त सुनील कुमार उर्फ मयंक सिंह को पकड़ने में एटीएस को यह सफलता एक लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद मिली। रामगढ़ के पतरातू (भदानीनगर) थाना में दर्ज एक मामले (कांड संख्या 175/22) में सबूतों के आधार पर एटीएस ने उसके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इसी के आधार पर एक रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया गया, जिसके बाद 29 अक्टूबर, 2024 को उसे अजरबैजान में हिरासत में लिया गया था।
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