Ranchi (Jharkhand) : झारखंड उच्च न्यायालय (Jharkhand High Court News : झारखंड हाई कोर्ट में Surya Hansda एनकाउंटर की CBI जांच वाली याचिका स्वीकृत, अगली सुनवाई दशहरा बाद) ने एक कथित एनकाउंटर में मारे गए पूर्व राजनीतिक नेता सूर्या हांसदा एनकाउंटर (Surya Hansda encounter) की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराने की याचिका स्वीकार कर ली है। मंगलवार को हुई सुनवाई के बाद, अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख दशहरा की छुट्टियों के बाद तय की है।
पत्नी व मां ने दायर की थी क्रिमिनल रिट याचिका
सूर्या हांसदा की पत्नी सुशीला मुर्मू और मां नीलमणि मुर्मू ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए झारखंड उच्च न्यायालय में एक क्रिमिनल रिट याचिका दायर की थी। इस याचिका में राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक (DGP), गोड्डा के पुलिस अधीक्षक (SP), देवघर के SP सहित कई अधिकारियों को पार्टी बनाया गया है। न्यायाधीश जस्टिस अंबुज नाथ की अदालत में प्रार्थी की ओर से अधिवक्ता कुमार हर्ष ने बहस की। अदालत ने निष्पक्ष जांच के लिए दायर याचिका में संशोधन के लिए की गई हस्तक्षेप याचिका (IA) को स्वीकार कर लिया है।
एनकाउंटर के दिन क्या हुआ था?
सूर्या हांसदा की मां ने अपनी याचिका में कहा है कि एनकाउंटर से ठीक एक दिन पहले, 10 अगस्त को उनके बेटे को देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव से गिरफ्तार किया गया था। जबकि पुलिस ने दावा किया था कि 11 अगस्त को गोड्डा में एक मुठभेड़ के दौरान अपराधी सूर्या हांसदा मारा गया था। यह मुठभेड़ बोआरीजोर थाना क्षेत्र स्थित ललमटिया धमनी पहाड़ में हुई थी। पुलिस के अनुसार, सूर्या हांसदा के खिलाफ साहिबगंज और गोड्डा में कई गंभीर आपराधिक मामलों में एफआईआर दर्ज थीं।
राजनीतिक सफर रहा है विवादों में
यह भी उल्लेखनीय है कि सूर्या हांसदा का कई राजनीतिक दलों से संबंध रहा है। वह बोरियो विधानसभा सीट से चार बार चुनाव लड़ चुके थे। उन्होंने 2009 और 2014 में झारखंड विकास मोर्चा (JVS) के टिकट पर चुनाव लड़ा। 2019 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने टिकट दिया था, जिसमें वे दूसरे स्थान पर रहे थे। 2024 के चुनाव में भाजपा से टिकट न मिलने पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया और जेएलकेएम से चुनाव लड़ा।