जमशेदपुर : जमशेदपुर से होकर गुजरने वाली स्वर्णरेखा और खरकई नदियां में लगातार बढ़ते प्रदूषण के स्तर के विरोध में सोमवार को विधायक सरयू राय ने पर्यावरण दिवस पर गांधी घाट में अपने समर्थकों के साथ सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी नदियों ने शहरों को विकसित करने के साथ ही उद्योग धंधों को बढ़ाया लेकिन आज यही उद्योग धंधे नदियों के अस्तित्व के लिए खतरा बन गए हैं। जिस प्रकार से स्वर्णरेखा व खरकाई नदी में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है, वह हमारे लिए गंभीर चेतावनी है। अगर हम अभी नहीं संभले तो आने वाले दिनों में इन दोनों नदियों के अस्तित्व को हम खो देंगे। अगर नदियां ही नहीं रहेंगी तो मनुष्य का रहना भी संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम हर साल पर्यावरण दिवस मनाते हैं और उस दिन पर्यावरण को स्वच्छ रखने का प्रण लेते हैं लेकिन होता ठीक इसके उलट है। हर दिन हमारी नदियां प्रदूषित होती जा रही हैं। आज आलम यह है कि स्वर्णरेखा व खरकई नदी का पानी पीने योग्य नहीं है, इसके लिए जमशेदपुर शहर व यहां स्थापित उद्योग धंधे जिम्मेदार हैं। इसका दूषित पानी सीधे नदियों में प्रवाहित हो रहा है जिससे नदियां दूषित हो रही हैं।
राय ने कहा कि प्रशासन के साथ ही कंपनियों को इस प्रकार की व्यवस्था करना चाहिए कि नदियों में जाने से पहले प्रदूषित पानी को फिल्टर किया जाय और फिर उसे नदियों में छोड़ा जाए। यही एकमात्र तरीका है, जिससे हम इन दोनों नदियों के अस्तित्व को बचा सकते हैं। अगर यह दोनों नदियां बचेगी तभी जमशेदपुर बचेगा। उन्होंने दोनों नदियों के आस-पास हो रहे लगातार अतिक्रमण को भी नदियों के लिए खतरनाक बताया।
कागजों पर सिमटा है सीवरेज प्लांट की योजना
विधायक सरयू राय ने कहा कि हम कई वर्षों से सुन रहे हैं कि प्रशासन व टाटा स्टील सीवरेज प्लांट के लिए डीपीआर बना रहा है, लेकिन हम साल दर साल सिर्फ इस बात को सुनते ही आ रहे हैं। जमीनी स्तर पर इस संबंध में कुछ नहीं हो रहा है। जबकि नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सीवरेज प्लांट का होना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही कंपनी को भी अपने मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा दोनों नदियों को साफ रखने में खर्च करना चाहिए।