चाईबासा : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत सारंडा वन क्षेत्र के बालिबा में गुरुवार शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ। घने जंगलों में स्थित सीआरपीएफ 26 बटालियन के कैंप पर वज्रपात का कहर बरसा, जिसमें 4 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में 2 जवान सीआरपीएफ के हैं, जबकि अन्य दो जवान झारखंड पुलिस के जवान हैं। चारों घायल जवानों की हालत नाजुक बताई जा रही है।

नक्सल प्रभावित इस इलाके में तैनात सुरक्षाकर्मी पहले से ही खतरों का सामना कर रहे हैं, ऐसे में अब प्रकृति के कहर से जवानों पर आफत टूट कर गिरी है। आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि वज्रपात की आवाज इतनी तेज और डरावनी थी कि बहुत दूर तक इसकी आवाज पहुंची थी। इससे इलाके के लोग सहम गए थे।
हादसे की सूचना मिलते ही किरीबुरु-मेघाहातुबुरु जनरल अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर और प्राथमिक चिकित्सा सामग्री के साथ राहत टीम रवाना की गई थी। बेहद कठिन हालात में घायलों को सीआरपीएफ कैम्प से बाहर निकाला गया था। इसके बाद सभी घायलों को इलाज के लिए किरीबुरु और नोवामुंडी अस्पताल भेजा गया। जवानों की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
बताया जाता है कि घटना के तुरंत बाद प्रशासन की तत्परता ने हालात को संभालने में अहम भूमिका निभाई, जिसके कारण घायल जवानों को समय रहते जल्दी से अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। इधर कोल्हान प्रमंडल के डीआईजी मनोज रतन चौथे ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया की कैंप में अचानक वज्रपात हुआ, जिसकी चपेट में आकर सुरक्षाबल के चार जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए जिला पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है।
बता दें कि एक दिन पहले ही आईजी अखिलेश झा ने जवानों के साथ बैठक कर बड़े नक्सल विरोधी अभियान की रणनीति बनाई थी। लेकिन, उससे पहले ही जवान नक्सल प्रभावित जंगल कैंप में प्राकृतिक आपदा के शिकार हो गए, जो चिंता का विषय बन गया है।