पॉलिटिकल डेस्क : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश का नाम नहीं होने से देश की राजनीति गरमा गई है। राजनीति के पंडित अलग अलग कयास लगा रहे हैं। पटना में बुधवार को हुई जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कुल 98 लोगों के नाम सूची में हैं, लेकिन राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के नाम सूची में नहीं है। हरिवंश एक वरिष्ठ व देश के जाने माने पत्रकार भी रह चुके है।
जदयू कोटे से हरिवंश बने थे राज्यसभा के सांसद
हरिवंश को 2018 में जदयू ने अपने कोटे से राज्यसभा भेजा था। उस समय जदयू का भाजपा के साथ गठबंधन था। हरिवंश को राज्यसभा के उप सभापति बनाने के लिए जदयू ने सभी दलों से समर्थन मांगा था। 2020 में हरिवंश को राज्यसभा के उप सभापति के रूप में पुनः मनोनीत किया गया था।
हरिवंश के उप सभापति बने रहने पर प्रशांत किशोर खड़े कर चुके हैं सवाल
जदयू और भाजपा के गठबंधन टूटने के बाद भी हरिवंश के उप सभापति बने रहने पर पीके यानि प्रशांत किशोर कई बार नीतीश कुमार पर सवाल खड़े कर चुके हैं। कुछ दिन पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हरिवंश ने मुलाकात की थी। उस समय से ही कयास लगाए जा रहे थे कुछ गड़बड़ है। ऐसा कहा जा रहा था कि जदयू के नेता हरिवंश के रवैये से खुश नहीं थे, क्योंकि कुछ दिन पहले ही नये सांसद भवन के उद्घाटन के मौके पर उप सभापति हरिवंश ने पीएम मोदी के काम की सराहना की थी।
हरिवंश ने मोदी की सराहना की, जदयू को नहीं आया रास?
हरिवंश द्वारा पीएम मोदी के काम की सराहना करना जदयू के नेताओं को रास नहीं आया। दूसरी ओर जदयू सुप्रिमो नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ पूरे देश में विपक्ष को एक कर रहे हैं, ताकि नरेंद्र मोदी को 2024 चुनाव में पीएम बनने से रोका जा सके। राजनीतिक पंडितों के अनुसार जदयू ने उक्त कारणों के चलते नया राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हरिवंश के नाम को हटा दिया है।
नए राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष बने ललन सिंह
जदयू के नए राष्ट्रीय कार्यकारिणी से राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश को हटा दिया गया है। वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ललन सिंह को पार्टी के नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। मंगनी लाल मंडल को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी जगह दी गई है। वरिष्ठ नेता के सी त्यागी को विशेष सलाहकार सह पार्टी के मुख्य प्रवक्ता बनाया गया है। इस लिस्ट में डॉक्टर आलोक कुमार सुमन को कोषाध्यक्ष, रामनाथ ठाकुर को महासचिव बनाया गया है। वहीं नीतीश कुमार अभी भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सर्वोच्च नेता है।