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Kolhan-University-Student-Protest : कोल्हान यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ छात्रों ने खोला मोर्चा, किया धरना-प्रदर्शन

by Anand Mishra
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चाईबासा : कोल्हान विश्वविद्यालय के पीजी डिपार्टमेंट के इतिहास विषय के सौ से अधिक विद्यार्थियों के इंटर्नल मार्क्स में गड़बड़ी को लेकर छात्रों ने बुधवार को परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय का घेराव किया। छात्र और छात्र संघ नेताओं के साथ ही कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

इतिहास विषय में मार्क्स में गड़बड़ी का आरोप

आंदोलित छात्रों का कहना था कि इतिहास विषय के लगभग 150 छात्रों में से 100 से अधिक विद्यार्थियों को इंटर्नल मार्क्स में काफी कम अंक दिए गए हैं। यहां तक कि कुछ को तो जीरो मार्क्स भी दिए गए हैं। छात्रों ने इसे खुद से साथ बहुत बड़ा अन्याय बताया। छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह गड़बड़ी किसी जानबूझकर की गई लापरवाही का परिणाम हो सकती है और विश्वविद्यालय प्रशासन को इस मुद्दे का समाधान करना चाहिए।

छात्रों ने की अधिकारियों से वार्ता

गुस्साए छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से तत्काल समाधान की मांग करते हुए परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना दिया। छात्रों ने प्रशासन से लिखित आश्वासन की मांग की और यह भी कहा कि बिना किसी समाधान के वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। छात्रों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए ओएसडी धर्मेंद्र रजक ने आंदोलनकारियों से वार्ता की। उन्होंने छात्रों को सकारात्मक आश्वासन दिया कि यह मामला विश्वविद्यालय के संज्ञान में लाया गया है और प्रशासन इसे अगले एक सप्ताह में हल कर देगा।

कांग्रेस और छात्र नेताओं ने किया समर्थन

विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास, झामुमो के छात्र नेता मंजीत हांसदा, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रीतम बांकिरा, कांग्रेस प्रवक्ता त्रिशानु राय, एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष अनिश गोप, कांग्रेस जिला महासचिव रविंद्र बिरुवा, छात्र नेता मंगल खंडाईत, शांति तामसोय, अमित, अजय, राज कुमार, किशोर, सुभम सुंडी, गुलशन समेत अन्य कई छात्र और छात्राएं शामिल थे।

पूर्व में भी उठ चुका है यह मुद्दा

कुछ दिन पहले भी छात्र संघ के नेताओं ने इस मामले को विश्वविद्यालय प्रशासन के ध्यान में लाने की कोशिश की थी, लेकिन प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया से नाराज होकर छात्रों ने अब खुलकर विश्वविद्यालय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। छात्रों का कहना है कि अगर इस मामले का समाधान शीघ्र नहीं किया जाता, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

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