भुवनेश्वर : ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना में मरने वाले लोगों के शवों को परिजनों तक पहुंचाने का सिलसिला अब तक जारी है। शनिवार को 13 और यात्रियों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए। इन शवों को एम्स भुवनेश्वर में रखा गया था। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि डीएनए जांच की मदद से जिन 29 शवों की शिनाख्त की गई थी, उनमें से छह शव शुक्रवार को और 13 शव शनिवार को परिजनों को सौंप दिए गए।
जैसे-जैसे हो रही पहचान, भेजी जा रही लाश
जैसे-जैसे शवों की पहचान हो रही है। वैसे-वैस लाश को अलग-अलग जगहों पर भेजा जा रहा है। स्थानीय अधिकारी की माने तो इन 13 शवों में से चार शव को बिहार, आठ शव को पश्चिम बंगाल और एक को झारखंड भेजा गया।अधिकारी के मुताबिक, “डीएनए जांच के नतीजों के आधार पर और एम्स भुवनेश्वर, भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) तथा राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के समन्वय के जरिये बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में मारे गए 13 और यात्रियों के शव शनिवार को उनके परिजनों को सौंप दिए गए।” उन्होंने बताया कि रेलवे की घोषणा के अनुसार, मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का भुगतान किया गया है।
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अब तक 62 शवों की नहीं हो सकी है पहचान
बालासोर ट्रेन हादसे में मरने वाले लोगों में अब तक 62 शवों की अभी भी शिनाख्त नहीं हो सकी है। अधिकारी ने बताया कि एम्स भुवनेश्वर में सभी 62 शवों को रखा गया है। इस बारे में सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही है। शव के लिए दावेदारी करने वाले लोगों के डीएनए सैंपल लेकर जांच की जा रही है। जांच में पुष्टि होने के बाद शव को सौंपा जा रहा है। यह एक लंबी प्रक्रिया है। इसमें कुछ दिन और लग सकते हैं। इस कार्य में स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ रेलवे के अधिकारी जुटे हुए हैं।