सेंट्रल डेस्क: Rahul Gandhi Kashmir Visit : जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव पर सभी प्रमुख पार्टियों की नजरें हैं। दरअसल, ऐसा माना जा रहा है कि जिस राजनीतिक दल का जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन होगा उसके लिए पूरे देश में एक अलग संदेश जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर दो दिवसीय दौरे पर हैं। वहीं इस दौरान उन्होंने कश्मीर घाटी में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। उन्होंने चुनाव की तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श भी किया है।
Rahul Gandhi Kashmir Visit : कार्यकर्ताओं से बोले राहुल, दुख-दर्द मिटाना मेरा लक्ष्य
वहीं जम्मू रवाना होने से पहले श्रीनगर में राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया। वहीं उन्होंने कहा कि दुख-दर्द मिटाना मेरा लक्ष्य है। मैं लोकतंत्र की रक्षा करता हूं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि संसद में जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व जरूरी है। किसी भी कीमत पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी नहीं की जाएगी। वहीं गठबंधन पर राहुल ने कहा कि सम्मान पहले है गठबंधन बाद में। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से बहुत मुहब्बत करता हूं।
Rahul Gandhi Kashmir Visit: जम्मू-कश्मीर के लोग हमारे लिए महत्वपूर्ण : राहुल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि जैसे ही हमें पता चला कि चुनाव होने वाले हैं, हमने सबसे पहले यहां जम्मू-कश्मीर आने का फैसला किया क्योंकि हम हर राज्य के लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि हमारे लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों का प्रतिनिधित्व और उनका राज्य का दर्जा सबसे महत्वपूर्ण है। भारत के इतिहास में, आजादी के बाद कई केंद्र शासित प्रदेशों को राज्य में बदल दिया गया है, लेकिन केवल एक ही उदाहरण है जब राज्य का दर्जा छीन लिया गया और एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया।
ऐसा पहले कभी नहीं हुआ और हम यह संदेश देना चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का प्रतिनिधित्व महत्वपूर्ण है, यह हमारे लिए और यह देश के लिए भी महत्वपूर्ण है।
Rahul Gandhi Kashmir Visit: जम्मू-कश्मीर से मेरा पुराना ही नहीं, खून का रिश्ता है-राहुल गांधी
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जम्मू-कश्मीर से मेरा बहुत पुराना रिश्ता है, खून का रिश्ता है। अगर किसी ने जम्मू-कश्मीर में आत्मविश्वास और निडरता के साथ काम किया है, तो वह कांग्रेस कार्यकर्ता हैं। विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन पर उन्होंने साफ-साफ कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का सम्मान बनाए रखते हुए यह होगा, वरना नहीं। प्रधानमंत्री को निशाने पर लेते हुए राहुल ने कहा कि इस बार हमने पीएम मोदी के आत्मविश्वास को भी तोड़ दिया है।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी और कांग्रेस चीफ आज पार्टी सदस्यों, पीसीसी सदस्यों, पीसीसी पदाधिकारियों, डीसीसी अध्यक्षों, पूर्व विधायकों, फ्रंटल विंग प्रमुखों के साथ-साथ दस वरिष्ठ पदाधिकारियों और ब्लॉक अध्यक्षों, डीडीसी सदस्यों और एसएमसी के पूर्व पार्षदों से मुलाकात की।