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पूनम पांडे ने जारी किया वीडियो, कहा- मैं जिंदा हूं, सर्वाइकल कैंसर ने नहीं ली मेरी जान

by The Photon News Desk
Poonam Pandey
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नई दिल्ली : आखिरकार पूनम पांडे की मौत की खबर गलत निकली। सोशल मीडिया पर चल रही अफवाह पर विराम लगाते हुए पूनम पांडे ने वीडियो जारी किया है। वीडियो में पूनम पांडे ने कहा कि वो अभी जिंदा हैं।

इससे पहले उनकी मैनेजमेंट टीम ने घोषणा की थी कि पूनम पांडे की मौत हो चुकी है। इंस्टाग्राम पर पूनम पांडे ने वीडियो जारी किया है। इसमें वह पूरी तरह से ठीक दिख रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं जिंदा हूं, सर्वाइकल कैंसर से मेरी मौत नहीं हुई है।

कौन हैं पूनम पांडे?

पूनम पांडे एक भारतीय मॉडल, अभिनेत्री और उद्यमी है। उनका जन्म 11 मार्च 1991 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था। उन्होंने 2011 में किंगफिशर कैलेंडर गर्ल बनकर प्रसिद्धि हासिल की। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों और टेलीविजन शो में अभिनय किया। हाल ही में उन्हें टीवी रियलिटी शो लॉकअप में भी देखा गया था। पूनम पांडे अपने बोल्ड और बेबाक अंदाज के लिए भी जानी जाती हैं। वह अक्सर विवादों में रहती हैं।

Poonam Pandey-‘मिस फेमिना इंडिया’ का खिताब

पूनम पांडे ने 2012 में ‘ग्लैडरेग्स मिस इंडिया’ प्रतियोगिता में भाग लिया था और ‘मिस फेमिना इंडिया’ का खिताब जीता था। इसके बाद उन्होंने कई मॉडलिंग प्रोजेक्ट्स में काम किया और कुछ फिल्मों में भी अभिनय किया।

Poonam Pandey-कई विवादों का हिस्सा रही हैं

पूनम पांडे अपने बोल्ड अंदाज और विवादित बयानों के लिए भी जानी जाती हैं। 2013 में उन्होंने वर्ल्ड कप 2013 में भारत की जीत पर न्यूड होने का वादा किया था, जिसके बाद वे काफी सुर्खियों में आई थीं।

जानें सर्वाइकल कैंसर के बारे में

सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला एक गंभीर कैंसर है। यह कैंसर गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइक्स) में होता है। सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) है।

एचपीवी एक यौन संचारित संक्रमण है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकता है। सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में योनि से असामान्य रक्तस्राव, पेट में दर्द, योनि से दुर्गंधयुक्त स्राव आदि शामिल हैं। सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन लगवाना सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है।

यह वैक्सीन 9 से 26 साल की उम्र की लड़कियों और महिलाओं को लगाई जा सकती है। सर्वाइकल कैंसर का शुरुआती चरण में पता चलने पर इसका इलाज संभव है। इलाज के विकल्पों में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी शामिल हैं।

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