Ramgarh (Jharkhand) : शहर के सतकौड़ी नगर में जेसी ज्वेलर्स पर हमला करने वाले कुख्यात अंतरराज्यीय लुटेरों को रामगढ़ पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। इस बड़ी सफलता के बाद पुलिस के साथ-साथ आम जनता ने भी राहत की सांस ली है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए चार लुटेरों के पास से दो पिस्तौल, दो देसी कट्टा और 21 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
मंगलवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी अजय कुमार ने बताया कि 7 सितंबर को हुई इस घटना के बाद पुलिस ने विशेष टीम का गठन किया था। इस टीम ने 1000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालकर अपराधियों को ट्रैक किया।
गिरफ्तार किए गए लुटेरों की पहचान गढ़वा के रूपेश विश्वकर्मा उर्फ पंकज, बिहार के बक्सर निवासी धीरज मिश्रा, औरंगाबाद के राहुल यादव और पलामू के सौरभ राम उर्फ सौरभ कुमार के रूप में हुई है।
शातिर गिरोह का काम करने का तरीका
एसपी अजय कुमार ने बताया कि यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से काम करता था और इनका निशाना अक्सर बैंक और जेवर की दुकानें होती थीं। ये लोग लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद महंगी वकीलों पर लाखों रुपए खर्च करके जेल से बाहर आ जाते थे और फिर से नई लूट की योजना बनाते थे।
ये सभी अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं और वारदात को अंजाम देने के लिए बस और ट्रेन से सफर करते थे। ये लोग वारदात वाली जगह पर किराए का कमरा लेकर रहते थे और महीनों तक रेकी करने के बाद लूट करते थे। ये आपस में ऐसे मोबाइल ऐप से बात करते थे, जिससे पुलिस को इनकी भनक न लगे।
कई बड़े मामलों में थे वांछित
गिरफ्तार किए गए ये लुटेरे कई गंभीर वारदातों में शामिल रहे हैं:
- 2021: कोडरमा घाटी में एक जेवर व्यवसायी का अपहरण कर लूटपाट।
- 2018: औरंगाबाद में एक जेवर दुकान में 40 लाख की लूट।
- 2021: रांची के धुर्वा में जिला पार्षद वेद प्रकाश सिंह की हत्या।
सभी आरोपियों का लंबा आपराधिक इतिहास है। रूपेश पर 10, धीरज पर 14, राहुल पर 16 और सौरभ पर 5 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इनके पास से हथियार, मोबाइल, फर्जी आधार कार्ड और वाहन भी बरामद किए हैं।
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