RANCHI (JHARKHAND): राजधानी रांची में सफाई व्यवस्था की हकीकत सरकारी दावों की पोल खोल रही है। वहीं डोर टू डोर कलेक्शन भी बेपटरी हो गई है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक हफ्ते से अधिक समय से शहर के कई कॉलोनियों और मोहल्लों में घरों का कचरा उठ नहीं रहा है।
जिससे लोग घरों में जमा सड़क पर कचरा फेंकने को मजबूर हो गए हैं। स्थिति यह है कि जहां मुख्य सड़कों को दिखावे के लिए साफ किया जा रहा है, वहीं कॉलोनियों और अंदरूनी मोहल्लों में कचरे का अंबार लगा हुआ है।
2394 रुपये प्रति टन भुगतान फिर भी नहीं उठ रहा कचरा
रांची नगर निगम (RMC) कचरा उठाने के लिए स्वच्छता कॉरपोरेशन एजेंसी को 2394 रुपये प्रति टन की दर से भुगतान कर रहा है, इसके बावजूद घरों से नियमित कचरा उठाव नहीं हो रहा। जबकि एजेंसी को सबसे ज्यादा रेट के साथ काम इसलिए सौंपा गया था ताकि राजधानी के लोगों को शिकायत का मौका न मिले। शहर के हर वार्ड में एजेंसी की गाड़ियों के नहीं पहुंचने से लोग कचरा घरों में रखने को मजबूर हैं। जब कचरे की बदबू से हालात बिगड़ते हैं तो लोग उसे सड़क किनारे फेंक दे रहे है। इससे न केवल बदबू फैल रही है बल्कि संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है।
मुख्य सड़कें चकाचक, कॉलोनियों की अनदेखी
शहर की मुख्य सड़कों को साफ किया जा रहा है ताकि शहर की छवि बनी रहे। लेकिन कॉलोनी और गली-मोहल्लों में कचरा नहीं उठ पाने से यह स्थिति और भी खतरनाक हो गई हैं। कई जगहों पर कचरा बहकर नालियों में जा रहा है, जिससे जलजमाव की समस्या खड़ी हो गई है।
मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी और गैरेज का निर्माण लंबित
एजेंसी ने शर्त के मुताबिक अब तक मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी का निर्माण शुरू नहीं किया है। कचरे का उचित प्रोसेसिंग और रिसाइक्लिंग न होने से डंपिंग यार्ड में कचरा अनियमित रूप से फेंका जा रहा है। साथ ही एजेंसी ने कचरा उठाने वाली गाड़ियों के लिए गैरेज और वाशिंग सर्विस भी अब तक शुरू नहीं की है। इससे गाड़ियां समय पर सर्विसिंग और वाश नहीं हो पा रही हैं। इस वजह से कई गाड़ियां खराब होकर खड़ी हो जाती हैं और कचरा उठाने में देरी होती है।
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से निगरानी भी कागजी साबित
रांची में सफाई करने वाली एजेंसी को अपने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से शहर की सफाई व्यवस्था की निगरानी करनी थी। पर हकीकत यह है कि यह निगरानी भी ‘हवा हवाई’ साबित हो रही है। सॉफ्टवेयर में गाड़ियों की लोकेशन और काम की स्थिति दिखाने के बावजूद कचरा उठाव पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।
लोगों में बढ़ रहा असंतोष, संक्रमण का खतरा
कचरा नहीं उठने से बदबू और गंदगी के कारण कॉलोनियों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। बच्चों और बुजुर्गों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। लोग लगातार नगर निगम में शिकायत कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। कई बार तो शिकायत करने पर भी कचरा नहीं उठाया जा रहा। जिससे स्थिति और भयावह हो सकती है।
प्रशासन की अनदेखी से नाराज लोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे समय पर यूजर चार्ज जमा कर रहे हैं, फिर भी सफाई की व्यवस्था पटरी पर नहीं है। लोगों ने नगर आयुक्त से अपील की है कि कॉलोनी और गली-मोहल्लों में कचरा उठाने की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित कराई जाए ताकि शहर में साफ-सफाई बनी रह सके और बीमारियों से बचाव हो सके। फिलहाल बारिश का मौसम है। ऐसे में घरों में कचरा ज्यादा दिन रखना खतरे से खाली नहीं है।
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