बोकारो ; दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष एवं जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने बोकारो थर्मल में एसटीपी के निर्माण का कार्य तीन वर्ष में भी कार्यरत कंपनी द्वारा पूरा नहीं करने पर खेद प्रकट किया है। विधायक ने रविवार को कहा कि कार्य पूरा नहीं हो पाने के कारण दामोदर नद की सहायक नदी कोनार का पानी कॉलोनी के बहने वाले सीवरेज से प्रदूषित हो रहा है। इससे गंगा एक्शन प्लान के तहत नमामि गंगे की योजना के तहत नदी को स्वच्छ करने का कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है।

सरयू राय ने कहा कि नमामि गंगे योजना के तहत बोकारो थर्मल एवं चंद्रपुरा में कोनार एव दामोदर नदी में कॉलोनी से निकलने वाले सीवरेज को रोकने के लिए एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण डीवीसी प्रबंधन द्वारा कराया गया। इसी के तहत अप्रैल 2022 में बोकारो थर्मल में 28 करोड़ की लागत से एसटीपी के निर्माण कार्य को आरंभ किया गया, जिसे 15 महीने में पूरा करना था, परंतु कंपनी एवं डीवीसी द्वारा उक्त कार्य को 3 वर्ष से भी ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं किया जा सका है।
नतीजतन, दोनों ही नदी में कॉलोनी के सीवरेज घुस रहा है, जिससे नदी का जल प्रदूषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी द्वारा बोकारो थर्मल में कॉलोनी के कई इलाकों को सीवरेज सिस्टम एवं अंडरग्राउंड पाइप कनेक्शन से नहीं जोड़ा गया है। इसमें उर्दू मजलिश एवं राजाबाजार का इलाका भी है। इसी प्रकार कार्य के दौरान नई पाइपलाइन को पुरानी पाइपलाइन से ही जोड़ दिया गया है, जिसकी जांच की आवश्यकता है। एक भी कम्युनिटी शौचालय को चालू नहीं किया गया है।
शौचालयों के निर्माण में लगाये गये सामग्री के क्वालिटी जांच
की जरुरत है। मामले को लेकर आंदोलन के बोकारो जिला के संयुक्त संयोजक श्रवण सिंह ने भी कई बाद डीवीसी चेयरमैन को पत्र लिखा,बावजूद मामला यथावत है। विधायक ने कहा कि नमामि गंगे योजना केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की योजना है और जिले में इसके अध्यक्ष डीसी होते हैं। ऐसे में बोकारो डीसी मामले की जांच करें कि योजना तीन वर्ष बाद भी पूरी क्यों नहीं हो पाई है। इसके कारण नदी का प्रदूषण जारी है। सरयू राय ने कहा कि वे मामले की जांच को लेकर राज्य एवं केंद्र की एजेंसी को लिखेंगे।

 
														
