- 10 हजार रुपये महीने पर प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से डेढ़ साल पहले घर में रखा गया था किशोरी को
- आरोपित दंपती ने सिर्फ दो बार ही रुपये परिवारवालों को भेजे, बात करने और घर नहीं जाने देते थे दंपती
गुरुग्राम: गुरुग्राम में 17 वर्षीय किशोरी को बंधक बनाकर घरेलू कार्य करवाने का मामला सामने आया है। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग दिल्ली से जानकारी मिलने पर पालम विहार थाना पुलिस ने पीड़िता को सेक्टर 23 की एक मकान से बरामद किया। फिलहाल, किशोरी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पास है। यहां उसकी दो दिनों से काउंसलिंग जारी है। काउंसलिंग के दौरान पता चला कि मकान मालिक उसे घर नहीं जाने दे रहे थे। रुपये भी नहीं दिए थे। हालांकि, इस दौरान उसके साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
पीड़ित किशोरी झारखंड के सिमडेगा जिले के बागडेगा की रहने वाली है। काउंसलिंग के दौरान किशोरी ने बताया कि डेढ़ साल पहले गुरुग्राम निवासी बुजुर्ग दंपती ने एक प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से उसे घरेलू कार्य के लिए रखा था। दस हजार रुपये देने की बात तय हुई थी। दंपती ने सिर्फ शुरुआती दो महीनों में उसके घर पर आनलाइन दस हजार रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद रुपये भेजने बंद कर दिए। किशोरी ने बताया कि वह जब भी अपने परिवारवालों से बात करने की कोशिश करती थी तो उसे दो मिनट से ज्यादा बात नहीं करने दी जाती थी। घर भी नहीं जाने दिया जाता था। डेढ़ साल में दंपती ने तीन बार अपना मकान बदला। रामप्रस्था सोसायटी, सेक्टर 23 व अन्य जगहों पर रहे। इस समय वह सेक्टर 23 में घर पर काम कर रही थी। जहां वह काम करती थी, वहां एक बुजुर्ग दंपती, उनका बेटा और महिला का भाई रहता था। महिला का भाई दिव्यांग था।
खाने-पीने की परेशानी नहीं, शारीरिक शोषण से भी इन्कार
किशोरी ने कमेटी को बताया कि उसे खाने पीने को लेकर कभी परेशानी नहीं हुई। वह ही खाना बनाती थी। उसके साथ किसी प्रकार की शारीरिक शोषण जैसी घटना भी नहीं हुई। घर न जाने देने और पैसा न मिलने पर किशोरी ने अपनी मां को जानकारी दी। इसके मां बाप ने राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग में बेटी को रेस्क्यू करने की गुहार लगाई थी। इस संबंध में आयोग की तरफ से गुरुग्राम पुलिस को पत्र भेज कर उचित कार्रवाई करने और लड़की को रेस्क्यू करने को कहा गया था।
जानकारी मिलने पर पालम विहार थाने की पुलिस टीम किशोरी को रेस्क्यू करने के लिए दिए गए पते पर पहुंची, लेकिन परिवार वहां पर नहीं मिला। पुलिस ने किशोरी की तलाश में कई जगहों पर मकानों को खंगाला गया। इसके बाद 24 फरवरी को दोबारा थाना पुलिस टीम ने संपूर्ण रेस्क्यू अभियान चलाकर सेक्टर 23 में एक मकान से बरामद किया। पुलिस ने पीड़िता को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया। किशोरी की काउंसलिंग की जा रही है। अभी उसके परिवारवाले नहीं आए हैं। फिलहाल उसे जगन्नाथ आश्रम में रखा गया है। गुरुग्राम पुलिस से मामले की जांच करने और कानून के तहत कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। -ऊषा सोलंकी, सदस्य, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी