Chaibasa (Jharkhand) : पश्चिम सिंहभूम जिले के गुआ स्थित सेल की खदान के न्यू कॉलोनी क्षेत्र में गुरुवार को एक गंभीर हादसा सामने आया। सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर काम कर रहे दो मजदूर एक बंद मकान की जर्जर एस्बेस्टस की छत से नीचे गिर पड़े, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना ने खदान प्रबंधन और ठेकेदार की घोर लापरवाही को उजागर कर दिया है।
सुरक्षा उपकरणों के बिना खतरे का खेल
अजीत प्रधान (50) और आचाम सुरेन (40) नामक ये दोनों श्रमिक न्यू कॉलोनी में एक बंद पड़े मकान की जर्जर छत पर तारफेल्टिंग का काम कर रहे थे। चौंकाने वाली बात यह है कि उन्हें काम के दौरान किसी भी प्रकार का सुरक्षा उपकरण, जैसे कि हेलमेट या सुरक्षा बेल्ट, मुहैया नहीं कराया गया था। काम करते समय अचानक छत भरभराकर टूट गई और दोनों मजदूर नीचे जमीन पर गिर गए।
ठेकेदार और प्रबंधन नदारद, स्थानीय लोगों ने बचाई जान
घटना के समय कार्यस्थल पर न तो ठेकेदार मौजूद था और न ही खदान प्रबंधन का कोई जिम्मेदार प्रतिनिधि। मजदूरों के गिरने की आवाज सुनकर आसपास के स्थानीय लोग दौड़कर आए। उन्होंने तुरंत मकान का ताला तोड़ा और गंभीर रूप से घायल दोनों मजदूरों को बाहर निकाला। इसके बाद दोनों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
ठेका कंपनी ने मानी लापरवाही, मजदूर नेताओं का फूटा गुस्सा
ठेका कंपनी के एक प्रतिनिधि ने दबी जुबान में स्वीकार किया कि मजदूरों को सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराई गई थी। इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मजदूर नेता रामा पांडेय ने इसे महज एक हादसा नहीं, बल्कि प्रबंधन और ठेकेदार की आपराधिक लापरवाही करार दिया। उन्होंने मांग की कि कंपनी तत्काल घायलों के इलाज और उनके वेतन का पूरा खर्च वहन करे। इसके साथ ही, उन्होंने खदान में सुरक्षा मानकों की सख्ती से निगरानी सुनिश्चित करने की भी पुरजोर मांग उठाई है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके। इस घटना ने एक बार फिर कार्यस्थलों पर श्रमिकों की सुरक्षा के मुद्दे को गंभीर रूप से सामने ला दिया है।