मुंबई, स्टेट डेस्क: अपने गाढ़ी कमाई के पैसे को सुरक्षित रखने का सबसे भरोसेमंद माध्यम बैंक(BANK) होते हैं। मौजूदा समय में जब डिजिटल लेन-देन तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में बैंक अकाउंट होना अनिवार्य है।
केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के पदभार ग्रहण करने के बाद सबसे ज्यादा जोर नागरिकों का बैंक (BANK) खाता खोलने पर दिया गया। सरकार की मंशा है कि सरकार की ओर से जनता को दिये जाने वाले सभी तरह के आर्थिक लाभ सीधे लोगों के बैंक अकाउंट में पहुंचे। जहां बात छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने की हो या फिर किसान सम्मान निधि पहुंचाने की। वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन से लेकर आवासीय योजनाओं तक के लिए दिये जाने वाले सारे लाभ बैंक(BANK) खाते के माध्यम से ही आ रहे हैं।
दरअसल, बैंक (BANK) हमारे वित्तीय लेनेदेन को भी आसान बना देते हैं। एेसे में हमारे मन में एक सवाल लाजमी है कि एक व्यक्ति के पास कितने बैंक एकाउंट हो सकते है? अब तक खातों को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) अथवा केंद्र सरकार की ओर से कोई नियम नहीं बनाया गया है। किसी व्यक्ति के सेविंग के कितने अकाउंट हो सकते हैं। यह नियमानुसान स्पष्ट नहीं है। बैंकों में अलग-अलग तरह के लेन-देन और कैश फ्लो (CASH FLOW) को देखते हुए अलग-अलग तरह के बैंक अकाउंट होते हैं।
HDFC के मैनेजर तरूण कुमार ने बताया कि उपभोक्ताओं के जरूरत के हिसाब से बैंक अलग-अलग अकाउंट मुहैया कराते हैं। इसमें Saving Account, Current Account, Salary Account और Joint Account शामिल हैं। अधिकांश लोग बचत के लिए सेविंग अकाउंट(SAVINGS ACCOUNT) ही खुलवाते हैं, जिसमें वह हर महीने कुछ न कुछ राशि को जमा करते हैं। इस राशि पर बैंक की ओर से ब्याज भी दिया जाता है।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों की मानें, तो तीन से अधिक सेविंग अकाउंट नहीं रखना चाहिए। सैलरी अकाउंट(SALARY ACCOUNT) को छोड़कर बाकी अकाउंट में न्यूनतम राशि रखनी होती है। ऐसे में तीन से अधिक बैंक अकाउंट खोलने पर उन खातों में न्यूनतम राशि होने के साथ समय-समय पर खातों से वित्तीय लेनेदेन भी जरूरी होता है। ऐसा नहीं करने पर बैंक की ओर से खाते को निष्क्रिय कर दिया जाता है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति को अपनी आवश्यकता के मुताबिक बैंक अकाउंट खोलना चाहिए। AXIS BANK के मैनेजर शशीकांत ने बताया कि अलग-अलग अकाउंट का उपभोक्ता किस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या होता है Joint Account
ज्वाइंट अकाउंट (JOINT ACCOUNT) को विशेष रूप से दो व्यक्तियों द्वारा खोला जाता है। कुछ मामलों में यह किसी बच्चे के नाबालिग होने पर उसके अभिभावक के साथ सेविंग खाते के रूप में खोला जाता है। वहीं, कुछ मामलों यह पति और पत्नी द्वारा संयुक्त रूप से खोला जा सकता है। या दो रिश्तेदारों और व्यवसायिक सबंध रखने वाले साझेदारों के बीच रखा जाता है।
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क्या होता है Salary Account
सैलरी अकाउंट (SALARY ACCOUNT) को आमतौर पर कंपनी की ओर से अपने कर्मचारियों को वेतन भुगतान के लिए खोला जाता है। यदि आप किसी सरकारी सेवा में हैं, तो संबंधित विभाग की ओर से यह खाता खोला जाएगा। वहीं, निजी सेवाओं में भी ज्वाइनिंग होने पर नया खाता खोला जाता है। इसके लिए कंपनियों का बैंक(BANK) के साथ टाइ-अप होता है। खास बात यह है कि इस अकाउंट में आपको न्यूनतम राशि रखने की आवश्यकता नहीं होती है। क्योंकि, इस अकाउंट में हर महीने वेतन आता है।
क्या होता है Current Account
करंट अकाउंट( CURRENT ACCOUNT) आमतौर पर बिजनेसमैन खुलवाते हैं, जिन्हें प्रतिदिन बड़ी मात्रा में वित्तीय लेनदेन करना होता है। ऐसे में इस तरह के बैंक अकाउंट पर बैंक की ओर से कई बार कुछ अच्छे ऑफर्स भी मिल जाते है।