

रांची : कुख्यात अमन साहू गिरोह (Aman Sahu Gang) के अपराधी सुनील सिंह मीणा उर्फ मयंक सिंह को लेकर झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम शनिवार को अजरबैजान से लेकर भारत पहुंचेगी।

Aman Sahu Gang : रेड कॉर्नर नोटिस बना गले की फांस
अमन साहू गिरोह का सक्रिय सदस्य मयंक सिंह, जिसका असली नाम सुनील सिंह मीणा है, लंबे समय से फरार चल रहा था। झारखंड में कई गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित होने के कारण उस पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। इसी नोटिस के आधार पर उसे 29 अक्टूबर, 2024 को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया था। पिछले कई महीनों से चल रही कानूनी और कूटनीतिक प्रक्रियाओं के बाद अब उसे भारत लाने की राह प्रशस्त हुई है।

शुक्रवार को एटीएस के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मयंक सिंह को अजरबैजान प्रशासन बाकू में झारखंड एटीएस को सौंपेगा, तब उसे लेकर टीम दिल्ली रवाना होगी। इसके बाद टीम उसे झारखंड लेकर आएगी। एटीएस की तीन सदस्यीय टीम एसपी के नेतृत्व में अजरबैजान की राजधानी बाकू में है। यहीं पर अजरबैजान प्रशासन गैंगस्टर मयंक सिंह को भारतीय टीम को सौंपेगा। इसके बाद टीम उसे लेकर पहले दिल्ली पहुंचेगी और फिर वहां से उसे झारखंड लाया जाएगा।

Aman Sahu Gang : झारखंड के अलावा इन राज्यों में भी दर्ज हैं मामले
मयंक सिंह पर अलग-अलग जिलों में कुल 48 मामले दर्ज हैं। इनमें सबसे अधिक मामले हजारीबाग में हैं, जहां बड़कागांव, केरेडारी, कोर्रा, और हजारीबाग सदर आदि थानों में 12 से ज्यादा केस दर्ज हैं। रांची, रामगढ़, पलामू और गिरिडीह में भी मयंक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एटीएस के अनुसार, रायपुर और राजस्थान में भी उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं। भारत लाए जाने के बाद इन राज्यों की पुलिस भी उससे पूछताछ करेगी।
Aman Sahu Gang : अहम जानकारियां मिलने की संभावना
उम्मीद लगायी जा रही है कि मयंक सिंह से पूछताछ में अमन साहू गिरोह से जुड़ी और भी कई अहम जानकारियां मिलने की संभावना है। पुलिस को उम्मीद है कि उसकी गिरफ्तारी से झारखंड में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगेगी और संगठित अपराध के खिलाफ चल रही लड़ाई को और मजबूती मिलेगी।
