Pakur (Jharkhand) : पाकुड़ जिले में बिजली की अनियमित आपूर्ति से त्रस्त ग्रामीणों का धैर्य आखिरकार टूट गया। गुरुवार को जिले के पाकुड़-धुलियान मुख्य मार्ग पर स्थानीय लोगों ने घंटों तक चक्का जाम कर दिया। अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बिजली पर निर्भर रहने वाले ग्रामीण बिजली विभाग के खिलाफ जमकर गरजे और नियमित विद्युत आपूर्ति की मांग की। इस विरोध प्रदर्शन के चलते मुख्य सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
आठ घंटे भी नहीं मिल रही बिजली, ग्रामीणों का फूटा आक्रोश
सदर प्रखंड के चांचकी और जानकीनगर समेत आसपास के कई गांवों के निवासियों का कहना है कि भीषण गर्मी और उमस के मौसम में भी उन्हें पूरे दिन में मुश्किल से आठ घंटे बिजली मिल पा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बिजली की इस अनियमितता के कारण बुजुर्गों और बच्चों को अत्यधिक परेशानी हो रही है। वहीं, छोटे दुकानदार, जिनका व्यवसाय बिजली पर निर्भर है, उनका काम पूरी तरह से ठप हो गया है। ग्रामीणों ने सरकार के 24 घंटे बिजली आपूर्ति के वादे को खोखला बताते हुए कहा कि यह वादा जमीनी स्तर पर पूरी तरह से विफल साबित हुआ है।
जाम से आवागमन बाधित, पुलिस की कोशिशें नाकाम
ग्रामीणों के सड़क जाम के कारण मुख्य मार्ग पर पत्थर से लदे ट्रक और अन्य यात्री वाहन घंटों तक फंसे रहे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, गुस्साए ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे और विद्युत आपूर्ति में सुधार का ठोस आश्वासन मिलने तक जाम हटाने से इनकार कर दिया।
अधिकारियों के आश्वासन के बाद जाम हटा
लगातार बढ़ते जाम की सूचना पर आखिरकार सदर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) समीर अलफ्रेड मुर्मू और मुफस्सिल थाना प्रभारी संजीव कुमार झा मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान से सुना और जल्द ही विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार करने का आश्वासन दिया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद सुबह लगभग 9:30 बजे ग्रामीणों ने सड़क जाम समाप्त कर दिया। सदर बीडीओ ने बताया कि ग्रामीणों को विश्वास दिलाया गया है कि विद्युत आपूर्ति की समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा और इसके लिए विभागीय उच्च अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।
क्यों हो रही है बिजली की किल्लत? विभाग ने बताई वजह
विद्युत विभाग के कनीय अभियंता आशीष कुमार पटेल ने बिजली आपूर्ति में बाधा का कारण लोड शेडिंग बताया। उन्होंने कहा कि सदर प्रखंड के बल्लभपुर और मालपहाड़ी फीडर को सामान्य रूप से बिजली आपूर्ति के लिए लगभग 20 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन वर्तमान में केवल 8 मेगावाट बिजली ही उपलब्ध हो पा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इस समस्या से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
बहरहाल, ग्रामीणों को उम्मीद है कि अधिकारियों का आश्वासन जल्द ही हकीकत में बदलेगा और उन्हें नियमित बिजली आपूर्ति मिल सकेगी, जिससे उन्हें गर्मी में राहत मिल सके और उनका व्यवसाय भी पटरी पर लौट सके।
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