जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज में रैगिंग का नया मामला सामने आया है। इसकी शिकायत नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) एंटी रैगिंग सेल से भी की गई है। एनएमसी ने इस पर संज्ञान लेते हुए 48 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट तलब की है। इसके साथ ही आरोपियों पर सख्ती से कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। इसे देखते हुए कालेज में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई। इस दौरान आरोपी और पीड़ित छात्र, दोनों को बुलाया गया और रैगिंग से संबंधित पूछताछ की गई। वहीं, कुछ छात्र परीक्षा होने के कारण पूछताछ के लिए नहीं आ पाए। इसे देखते हुए 26 सितंबर को फिर एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई है।
क्या है मामला
दरअसल, एमबीबीएस-2023 बैच के छात्रों ने वर्ष 2021 और 2019 बैच के पांच छात्रों पर रैगिंग करने का आरोप लगाया है। पीड़ित छात्रों ने एनएमसी से शिकायत की है कि 21 सितंबर को उनकी परीक्षा खत्म होने के बाद कुछ सीनियर छात्रों द्वारा उनकी रैगिंग की गई। इस दौरान सीनियर छात्रों ने कपड़ा उतारने से लेकर अश्लील चुटकुले सुनाने तक की बात कहीं। इसके साथ ही, गाली दी गई और अभद्र व्यवहार भी किया गया। अब एंटी रैगिंग कमेटी इसकी जांच कर रही है।
पहले भी आ चुका है रैगिंग का मामला
मालूम हो कि कालेज में इससे पूर्व 10 सितंबर को रैगिंग करने का मामला सामने आया था। हालांकि, जांच में आरोप गलत पाए गए थे। मालूम हो कि हाल के दिनों में एमजीएम मेडिकल कालेज में रैगिंग के मामले तेजी से बढ़े हैं। इसकी रोकथाम को लेकर कालेज में सीसीटीवी कैमरे से लेकर होमगार्ड के जवानों तक की नियुक्ति की गई है, लेकिन इसके बावजूद मामला थम नहीं रहा है।
काॅलेज प्रबंधन ने कहा : बदनाम करने की साजिश
एंटी रैगिंग सेल के सदस्यों ने बताया कि जिस तरह से आरोप लगाए गए हैं, उसके अनुसार अभी तक कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं। हालांकि, इस मामले की जांच अभी चल रही है। पूर्व में भी इस तरह के कई आरोप लगाए जा चुके हैं, लेकिन जांच में वह गलत निकले। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि किसी के द्वारा काॅलेज को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
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