Khunti : खूंटी जिले के रनिया थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल पर लोहागाढ़ा डाईर मेला में अवैध शराब बिक्री रोकने के दौरान हमला हो गया था। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को नामजद कर समेत 40 से 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। शिकायत रनिया के प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी प्रशांत डांग की ओर से दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी में मेला समिति के अध्यक्ष शिव अवतार सिंह और सचिव मनोज कांशी के नाम शामिल हैं।
बताते हैं कि रविवार को लोहागाढ़ा में आयोजित डाईर मेला में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के के लिए थाना प्रभारी, सीओ, बीडीओ और सशस्त्र बल तैनात थे। प्रशासन ने मेला समिति को अपने स्वयंसेवकों को तैनात करने को कहा था। मगर, मौके पर कोई स्वयंसेवक नहीं था। इसी दौरान करीब साढ़े तीन बजे दारू भट्टी की ओर दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया। इसकी सूचना मिलने पर थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल घटनास्थल पर पहुंचे।
थाना प्रभारी ने शराब बिक्री रोकने को कहा और लड़ रहे लोगों को समझाने की कोशिश की। तभी शराब बेचने और पीने वाले लोगों ने एकजुट होकर थाना प्रभारी पर हमला कर दिया। भीड़ में शामिल कुछ महिलाओं और पुरुषों ने मारपीट शुरू कर दी। तभी पीछे से किसी ने जलावन लकड़ी से थाना प्रभारी के सिर पर वार कर दिया।। इससे वह जमीन पर गिर पड़े। भीड़ ने इस बीच एक जवान की रायफल छीनने की भी कोशिश की।
घटनास्थल पर जब अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचा तो हमलावर भाग निकले। जख्मी थाना प्रभारी को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद थाना प्रभारी को रांची रेफर कर दिया गया। बीडीओ प्रशांत डांग ने बताया कि यह घटना मेला समिति की लापरवाही की वजह से हुई है। पुलिस ने मेला अध्यक्ष, सचिव और अन्य अज्ञात व्यक्तियों पर सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट और हमला करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले की जांच तोरपा पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह कर रहे हैं। अनुमंडल पुलिस अधिकारी क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने बताया कि जल्द ही आरोपी गिरफ्तार किए जाएंगे। थाना प्रभारी के सिर में गंभीर चोट है और उनका इलाज रांची में चल रहा है।

