Jamshedpur (Jharkhand) : द काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (CISCE) द्वारा आयोजित इस वर्ष की 10वीं (ICSE) और 12वीं (ISC) बोर्ड परीक्षा में इस बार भी झारखंड के विद्यार्थियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। खास बात यह है कि ICSE की परीक्षा में इस बार छात्रों के मुकाबले छात्राओं ने शानदार सफलता हासिल की है।
काउंसिल के मुख्य कार्यकारी सह सचिव डॉ. जोसेफ इमैनुएल ने परिणामों की जानकारी देते हुए बताया कि ICSE बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष 99.15 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं, जबकि छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 98.43 रहा। यह आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि इस बार लड़कियों ने लड़कों को पीछे छोड़ दिया है।
पूरे झारखंड से ICSE की परीक्षा में कुल 130 स्कूलों के 16,180 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इनमें 8,297 (51.28%) छात्र और 7,883 (48.72%) छात्राएं थीं। दुखद रूप से, इस परीक्षा में 130 छात्र असफल रहे, जबकि केवल 67 छात्राओं को असफलता का सामना करना पड़ा।
ISC में भी कायम रहा बेटियों का दबदबा
12वीं (ISC) बोर्ड परीक्षा के परिणामों में भी छात्राओं ने अपना दबदबा कायम रखा है। इस परीक्षा में 99.05 प्रतिशत छात्राएं सफल हुईं हैं, जबकि छात्रों का पास प्रतिशत 98.58 रहा है। यहां भी लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। ISC की परीक्षा में पूरे झारखंड के 57 स्कूलों से 4,785 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें 2,247 (46.96%) छात्र और 2,538 (53.04%) छात्राएं शामिल थीं। इस परीक्षा में असफल होने वाले छात्रों की संख्या 32 है, जबकि केवल 24 छात्राएं ही असफल घोषित की गई हैं।
जमशेदपुर की बेटी सांभवी ने रचा इतिहास
जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित लोयोला स्कूल की छात्रा सांभवी जायसवाल ने ICSE की परीक्षा में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त कर न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश में टॉप किया है। उनकी इस अभूतपूर्व सफलता ने पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है और अन्य विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणास्रोत बनी हैं।
शिक्षाविद मानते हैं कि इन दोनों परीक्षाओं में झारखंड की छात्राओं का यह शानदार प्रदर्शन शिक्षा के क्षेत्र में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परिणाम यह भी दर्शाता है कि यदि लड़कियों को उचित अवसर और प्रोत्साहन मिले तो वे किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं।