Chaibasa (Jharkhand) : चाईबासा में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने, भारी वाहनों पर सख्ती और नो एंट्री की मांग को लेकर ग्रामीण आंदोलित है। इन मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री दीपक बिरूवा के आवास का घेराव करने निकले ग्रामीणों को पुलिस ने रोक दिया है। मंत्री आवास के आस-पास बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई है।
ग्रामीण सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बायपास चाईबासा-झींकपानी मुख्य सड़कों पर भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। बीडीओ अमिताभ भगत, सीओ उपेंद्र कुमार और एसडीपीओ बहामन टूटी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं।
नो एंट्री लगाने की कर रहे हैं मांग
चाईबासा में ग्रामीणों ने तांबो चौक में विरोध प्रदर्शन किया और नो एंट्री लगाने की मांग की। उन्होंने आंदोलन को विफल करने के उद्देश्य से हिरासत में लिए गए जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल, सोना सवैया, रेयांश सामाड और रमेश बालमुचू को रिहा करने की भी मांग की। मंत्री का आवास घेराव में सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष शामिल हैं।
क्या है ग्रामीण की मांग
भारी वाहनों के चलते लगातार हो रही दुर्घटनाओं में लोगों की अकाल मौत हो रही है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने प्रशासन और मंत्री से की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि पिछले 1 वर्ष में 135 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है। मतलब हर 2 दिन में एक मौतें हो रही है। जिस कारण से बायपास रोड में पूर्व की तरह दिन में नो एंट्री लागू करने की मांग की गई थी।
ग्रामीणों ने मंत्री पर लगाया आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब से दीपक बिरुवा मंत्री बने तब से नो एंट्री हट गया है। इसकी शिकायत मंत्री से भी कई बार की गई थी। ग्रामीणों ने कहा कि कई बार प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हुई जिस कारण लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि मांगें नहीं मानी गई तो आगे जनआंदोलन होगा। जिसकी जवाबदेही सरकार और प्रशासन की होगी।


