मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बिहार यूनिवर्सिटी) में सोमवार को सरस्वती पूजा के चंदे को लेकर बड़ा बवाल हो गया। मामला सोशल साइंस विभाग परिसर से जुड़ा था, जहां असामाजिक तत्वों ने उत्पात मचाते हुए तोड़फोड़ की और पत्थरबाजी की। इस घटना में विश्वविद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई और एक छात्र घायल हो गया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया, लेकिन तब तक विश्वविद्यालय परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो चुका था।
चंदे को लेकर विवाद और बवाल
बताया जा रहा है कि सरस्वती पूजा के आयोजन के लिए चंदे को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों के बीच विवाद उत्पन्न हुआ। इस विवाद ने जल्द ही हिंसा का रूप ले लिया, जब कुछ छात्रों ने चंदे की राशि को लेकर असहमति जताई। विवाद इतना बढ़ा कि छात्रों के बीच मारपीट और पत्थरबाजी शुरू हो गई। घटनास्थल पर तोड़फोड़ की गई, और विभागीय ब्लॉक के शीशे तोड़े गए। साथ ही कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया। इस दौरान भगदड़ मच गई और छात्र जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे।
घायल छात्र का उपचार
इस घटना में एक छात्र राजू गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार जारी है। उसके शरीर पर पत्थरबाजी के कारण चोटें आईं, लेकिन उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू किया और शरारती तत्वों को वहां से भगाया।
आरोप और असामाजिक तत्वों का नाम
पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस बवाल में बाहरी छात्रों का भी हाथ हो सकता है, जिन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में घुसकर पत्थरबाजी की। यह भी बताया गया कि घटनास्थल पर कुछ असामाजिक तत्वों का जमावड़ा था, जो छात्रों के बीच हिंसा को बढ़ावा दे रहे थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि इस विवाद की असल वजह क्या थी और कौन लोग इसके पीछे थे।
महत्वपूर्ण बिंदु और जांच
इस घटना के बाद विश्वविद्यालय में तनाव का माहौल बना हुआ है, और प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखना शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की घोषणा की है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के विवादों को जल्दी सुलझाया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों की पहचान की जा रही है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है, ताकि शिक्षा का माहौल फिर से सामान्य हो सके।