दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में मिथुन चक्रवर्ती को देश का सर्वोच्च फिल्म सम्मान प्रदान किया। आभार से अभिभूत 74 वर्षीय मिथुन ने दादा साहेब फाल्के अवार्ड प्राप्त करने पर अपनी ख़ुशी जाहिर की।
मिथुन चक्रवर्ती ने रेड कार्पेट पर कहा, “मैं क्या कह सकता हूं? इतना बड़ा सम्मान- मैं केवल भगवान का शुक्रिया अदा कर सकता हूं। मैंने जो संघर्ष किए, भगवान ने मुझे सब कुछ लौटा दिया है। मैं अभी भी इसे याद कर रहा हूं।”
केंद्रीय मंत्री ने की थी घोषणा
मिथुन चक्रवर्ती को पिछले महीने दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई थी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर इस खबर की घोषणा की। उन्होंने लिखा, “मिथुन दा की उल्लेखनीय सिनेमा यात्रा कई पीढ़ियों को प्रेरित करती है। यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस हो रहा है कि दादा साहब फाल्के चयन जूरी ने महान अभिनेता श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके प्रतिष्ठित योगदान के लिए पुरस्कार देने का फैसला किया है। 8 अक्टूबर, 2024 को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।” दादा साहब फाल्के पुरस्कार देश का सर्वोच्च फिल्म सम्मान है और सरकार द्वारा दिया जाता है।”
पद्म भूषण से सम्मानित होने के कुछ ही महीनों बाद मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिलने की खबर आई है। यह समारोह अप्रैल में हुआ था और अभिनेता को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान स्वीकार करते हुए देखा गया था।
कई अवार्ड्स से हो चुकें हैं सम्मनित
मिथुन चक्रवर्ती ने 1977 में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और पहली ही फिल्म से राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले कुछ अभिनेताओं में से एक बन गए थे। अभिनेता ने “मृगया” से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और 1982 में उनकी फिल्म डिस्को डांसर रिलीज़ होने के बाद वे चर्चा में आ गए। इस फिल्म ने एशिया, सोवियत संघ, पूर्वी यूरोप, मध्य पूर्व, तुर्की और अफ्रीका में शानदार कारोबार किया। उन्होंने 1993 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता। 1996 में, उन्होंने स्वामी विवेकानंद के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता।