हजारीबाग : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने मंगलवार को जिला विकास समन्वय और मूल्यांकन समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक समाहरणालय सभागार में संपन्न हुई, जिसमें सांसद मनीष जायसवाल, विधायक बरही मनोज यादव, विधायक बरकट्ठा अमित यादव, विधायक मांडू, विधायक बड़कागांव, विधायक बगोदर, जिला परिषद अध्यक्ष उमेश मेहता, उपायुक्त नैंसी सहाय और अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
जनकल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता पर जोर
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का सही लाभ सही लाभुक तक पहुंचाना सरकार और अधिकारियों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है। मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पारदर्शिता और जिम्मेदारी जरूरी है। उन्होंने विभागों को जिम्मेदार बनाते हुए योजनाओं की निगरानी प्रणाली में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल करने का निर्देश दिया।
सांसद हजारीबाग और विधायकों ने की आवश्यक कार्यों की समीक्षा
बैठक में सांसद हजारीबाग ने प्रमुख तकनीकी विभागों द्वारा जारी निविदा प्रक्रियाओं की अद्यतन स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन प्रक्रियाओं को सुगम और पारदर्शी तरीके से लागू किया जाए। विधायक सदर प्रदीप प्रसाद ने शहरी जलापूर्ति योजनाओं में ढिलाई न बरतने की बात कही। उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत सभी गांवों के घरों तक नल से जल पहुंचाने के कार्य की निगरानी करने पर जोर दिया।
कार्य योजना और सुधार की दिशा में कदम
सांसद हजारीबाग ने जल नल योजना से संबंधित शिकायतों को लेकर जांच कमिटी गठित करने का निर्देश दिया, ताकि बोरिंग पाइपलाइन की गुणवत्ता की निगरानी की जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया और टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शपथ भी दिलाई।
जल आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कदम
बैठक में विभिन्न योजनाओं की निविदा प्रक्रिया, जल आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएं, और एंबुलेंस के संचालन की समीक्षा की गई। सांसद ने सुनिश्चित किया कि एंबुलेंस पूरी तरह से क्रियाशील अवस्था में रहे, ताकि आवश्यकता पड़ने पर जल्दी सेवाएं मिल सकें।