पटना: बिहार की राजधानी पटना में वैलेंटाइन डे के मौके पर एक दिलचस्प और कुछ हद तक विवादास्पद घटना घटी। इस दिन शहर के विभिन्न पार्कों में प्रेमी-प्रेमिकाएं एक-दूसरे के साथ समय बिता रहे थे। अचानक शिव भवानी सेना के कार्यकर्ता लाठी-डंडों के साथ पार्कों में पहुंच गए। इस घटनाक्रम के बाद वहां भगदड़ मच गई और पार्क में बैठी लड़कियां डर के मारे वहां से भाग गईं।
क्या था पूरा घटनाक्रम?
स्वामी सहजानंद सरस्वती पार्क, किदवईपुरी में शिव भवानी सेना के कार्यकर्ता अपने लाठी-डंडों के साथ पहुंचे। इस पार्क में कुछ लड़कियां और लड़के बैठे हुए थे। लड़के-लड़कियों ने जैसे ही इन कार्यकर्ताओं को देखा, लड़कियां डर के मारे उठकर भाग खड़ी हुईं। इसके बाद अन्य पार्कों में भी इसी तरह की गश्त की गई। शिव भवानी सेना के कार्यकर्ता सार्वजनिक स्थानों पर ‘अश्लीलता’ फैलाने का विरोध कर रहे थे और इसे हिंदू संस्कृति के खिलाफ बता रहे थे।
शिव भवानी सेना ने कहा- पाश्चात्य सभ्यता के अनुसरण का होगा विरोध
शिव भवानी सेना के प्रमुख लव सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम पर कहा कि “वैलेंटाइन डे हिंदू संस्कृति के खिलाफ है। इस दिन हमें पश्चिमी सभ्यता के बजाय अपने शहीदों को याद करना चाहिए।” उनका कहना था कि जो लोग सार्वजनिक पार्कों में अश्लीलता फैलाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उन्हें लाठी-डंडों से सजा दी जाएगी।
लव सिंह ने आगे कहा कि “वैलेंटाइन डे का मतलब प्यार नहीं, बल्कि अश्लीलता और पश्चिमी संस्कृति का अनुसरण करना है। हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे और जो भी इस दिन को मनाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
पटना की सड़कों पर लगाए गए पोस्टर
इससे पहले, शिव भवानी सेना ने पटना की सड़कों पर कई पोस्टर लगाए थे, जिनमें वैलेंटाइन डे के बहिष्कार की अपील की गई थी। पोस्टरों में लिखा था, “जहां मिलेंगे बाबू सोना, तोड़ देंगे कोना-कोना”। इसके साथ ही यह अपील भी की गई थी कि 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाने के बजाय पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर जवानों को सम्मान देना चाहिए।
‘समाज में अश्लीलता फैला रही नई पीढ़ी’
संगठन का कहना था कि इस दिन को मनाने से युवा पीढ़ी पश्चिमी प्रभाव में आ रही है और यह समाज में अश्लीलता फैला रहा है। संगठन के प्रमुख लव कुमार सिंह ने साफ तौर पर कहा कि “हम किसी भी स्थिति में सार्वजनिक स्थानों पर अश्लीलता फैलाने की इजाजत नहीं देंगे। अगर किसी ने ऐसा किया तो उसे हम लाठी-डंडों से निपटेंगे।”
युवाओं में डर का माहौल
इस घटनाक्रम के बाद पटना के कई पार्कों में प्रेमी जोड़ों का जाना कम हो गया। लोगों का कहना था कि शिव भवानी सेना के इस विरोध के कारण युवा वर्ग को डर बना हुआ था और इस दिन को मनाने में हिचकिचाहट महसूस हो रही थी। हालांकि, कुछ लोग इस विरोध को एक कट्टरपंथी कदम मानते हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इस कार्रवाई को लेकर कुछ लोगों ने इसे समाज में नैतिकता बनाए रखने के लिए जरूरी बताया।