साहिबगंज : जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अब्दुस सुभान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार की रात जिरवाबाड़ी थाने की पुलिस ने नगर थाने की पुलिस के सहयोग से उसके हबीबपुर स्थित घर से गिरफ्तार किया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। इसके बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा।
गौरतलब हो कि अब्दुस सुभान पर वन स्टाॅप सेंटर में रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने छेड़खानी का आरोप लगाया था। नाबालिग अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी। 4 अगस्त को उसने नगर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद उसे वन स्टाॅप सेंटर में रखा गया। 6 अगस्त को यह घटना हुई।
8 अगस्त को काउंसिलिंग के दौरान महिला काउंसलरों को उसने इसकी जानकारी दी। इसके बाद किसी तरह यह मामला उपायुक्त हेमंत सती के पास पहुंचा। डीसी ने बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। पूनम कुमारी ने वन स्टाॅप सेंटर जाकर खुद नाबालिग से बात की। इस दौरान उसने काउंसलिंग के दौरान कही गई बातों को दोहराया।
चूंकि बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पर ही आरोप था। इसलिए उपायुक्त हेमंत सती ने कई स्तर से इसकी जांच कराई। सभी में आरोपों की पुष्टि हुई। इसके बाद मंगलवार की शाम एसआई करुणा कुमारी को सखी वन स्टाॅप सेंटर भेजा गया। वहां पुन: उसने लड़की का बयान लिया। लड़की ने पुन: आरोपों को दोहराया। इसके बाद उस बयान को कार्रवाई के लिए जिरवाबाड़ी थाना भेज दिया गया। रात में ही प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अब्दुस सुभान को गिरफ्तार कर लिया गया। पोक्सो एक्ट के तहत उस पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
वन स्टाॅप सेंटर में पुरुष को जाने की अनुमति नहीं
वन स्टाॅप सेंटर में घर से भागी, मानव तस्करी, घरेलू हिंसा, शोषित-पीड़ित महिला व लड़की को अल्प अवधि के लिए रखा जाता है। इस दौरान उन्हें मुफ्त कानूनी सहायता दी जाती है। काउंसिलिंग भी की जाती है। इसमें सभी कर्मी महिला ही होगी। पुरुषों को यहां प्रवेश की अनुमति नहीं है। इसके लिए सदर अस्पताल के समीप भवन का निर्माण कराया गया है, जहां इसका संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में वहां एक नाबालिग व दो अन्य महिलाएं रह रही हैं। बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी को केंद्र प्रशासक का प्रभार दिया गया है। काउंसिलिंग के दौरान नाबालिग ने बताया कि 6 अगस्त को बाल कल्याण समिति का अध्यक्ष अब्दुस सुभान शाम 7.30 से आठ बजे के बीच वहां रह रही एक महिला को देखने आया और उसके साथ छेड़खानी की। उसने उसका हाथ पकड़ लिया। जब उसने हाथ छुड़ाया तो कंधे को जोर से पकड़ लिया और पास आकर बैठने को कहा। वह उनकी नीयत को भांपते हुए कुछ दूर पर कुर्सी रखकर बैठ गई। इसके बाद वह पुन: बात करते-करते उसके पास आया और उसे पकड़ लिया। 7 अगस्त को पुन: उसी समय वह बुर्का पहने एक औरत के साथ पहुंचा। वह औरत उसे अपने घर जाने को कह रही थी। हालांकि, कुछ देर बाद वह वहां से चले गए।
संपत्ति की जांच कराए सरकार
राजमहल के पूर्व विधायक अनंत ओझा ने कहा कि यह घटना निंदनीय है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम होगी। पूर्व विधायक ने कहा कि 10 साल वह भी विधायक रहे, लेकिन कभी अकेले कस्तूरबा स्कूल में नहीं गए। पूर्व विधायक ने कहा कि जिन पर बच्चियों के संरक्षण की जिम्मेदारी है, वही इस प्रकार की हरकत कर रहे हैं, यह शर्मनाक है। इस मामले की विस्तृत जांच की जरूरत है। कहा कि अब्दुस सुभान की संपत्ति व उसकी गतिविधियों की जांच भी होनी चाहिए।
कौन है अब्दुस सुभान
अब्दुस सुभान करीब 10 साल तक मनरेगा का लोकपाल भी रह चुका है। 26 जुलाई 2024 को उसकी नियुक्ति बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पद पर हुई थी। उस दौरान उसके शैक्षिक प्रमाणपत्र को लेकर भी विवाद हुआ था। हालांकि, बाद में यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया और उसकी नियुक्त बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पद पर हो गई। अब्दुस सुभान एक गैर सरकारी संगठन भी चलाता है, जिसमें विभिन्न तरह का प्रशिक्षण लोगों को दिया जाता है। यह प्रशिक्षण केंद्र उसके घर में ही चलता है। कई बार आवासीय प्रशिक्षण भी दिया जाता है।