हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : उप विकास आयुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया एनडीडी चक्र एवं मिशन इंद्रधनुष को लेकर एक बैठक का आयोजन की गई। बैठक में शहरी क्षेत्र के निजी अस्पताल के प्रबंधक एवं चिकित्सक तथा स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी कर्मचारी, अर्बन लोकल बाडी के प्रतिनिधि तथा प्रखंड स्तर से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित थे।
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बैठक में लिया गया अहम निर्णय
उप विकास आयुक्त द्वारा डेंगू के समीक्षा के दौरान बताया गया कि इस सप्ताह डेंगू नियंत्रण हेतु अच्छा कार्य किया गया है। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी मरीज को बेवजह का प्लेटलेट अस्पताल के द्वारा नहीं चढ़ना है। वहीं, कार्ड टेस्ट की दर 300 रुपये से अधिक नहीं लेने की चेतावनी दी गई।
जमशेदपुर में प्रशासन ने डेंगू कार्ड टेस्ट का रेट 900 रुपये घटाया
वर्तमान में 1000-1200 रुपये लिया जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मरीज के डिस्चार्ज होकर घर जाने के उपरांत अस्पताल के द्वारा मरीज के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी दूरभाष के द्वारा नियमित रूप से प्राप्त किया जाना है। अगर मरीज को किसी तरह की परेशानी होती है तो उसे पुनः स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जानी है।
विभाग की ओर से छापेमारी अभियान आगे भी जारी रहेगा। इस दौरान अगर किसी तरह की शिकायत मिली तो उनके खिलाफ सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी।
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सभी अस्पतालों में मच्छरदानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश
सभी अस्पतालों में मच्छरदानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, जिस क्षेत्र में लार्वा पाया गया है वहां पर बार-बार एंटी लार्वा का छिड़काव किए जाने का निर्देश दिया गया। विशेष कर परसुडीह, बागबेड़ा एवं छोटा गोविंदपुर क्षेत्र में सघन रूप से छिड़काव किये जाने का निर्देश दिया गया। चाकुलिया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को भी एंटी लार्वा का छिड़काव अपने क्षेत्र में किए जाने हेतु निर्देश दिया गया।
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मिशन इंद्रधनुष सफल बनाने का निर्देश
मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत टीकाकरण किए जाने के बारे में चर्चा के दौरान बताया गया कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त किया जाना है। इसके लिए 18 सितंबर को भी मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण का सत्र आयोजित करने का निर्देश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया।
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पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम के बारे में उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि सभी अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालक को अपने संस्थान में नियमानुसार निर्धारित साइज में ‘यहां नहीं होता लिंग परीक्षण’ का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया। साथ ही जिले के सिविल सर्जन एवं अनुमंडल पदाधिकारी का मोबाइल नंबर भी प्रत्येक केंद्र में सभी संचालकों को प्रदर्शित करने का भी निर्देश दिया गया।
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डेंगू के 13 नए मरीज मिले
पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार को 13 नए मरीज मिले। वहीं, अबतक कुल 5522 सैंपल की जांच हुई है। इसमें 693 डेंगू के मरीज मिले हैं। वर्तमान में कुल 293 मरीजों का इलाज शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इसमें सात की स्थिति गंभीर है, जिन्हें आइसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं, 286 मरीजों का इलाज सामान्य वार्डों में चल रहा है। शनिवार को 74 मरीज स्वस्थ होकर वापस घर लौटे।
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लाइफ लाइन, मर्सी सहित हेल्थ मेट सेंटर की हुई जांच
पटना क्षेत्रीय कार्यालय से आई राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) की टीम शनिवार को वापस लौट गई। इससे पूर्व कंसल्टेंट प्रभात भारतीय के नेतृत्व में शहर के दो अस्पताल व तीन पैथोलाजी सेंटर की जांच की गई।
इसमें साकची स्थित लाइफ लाइन अस्पताल व पैथोलाजी सेंटर, बारीडीह मर्सी अस्पताल व पैथोलाजी सेंटर के अलावा बाराद्वारी स्थित हेल्थ मेट पैथोलाजी सेंटर की जांच की गई।इस दौरान संचालकों को निर्देश दिया गया कि कार्ड टेस्ट को डेंगू नहीं बताए। रिपोर्ट पर संभावित लिखें। एलाइजा जांच अनिवार्य रूप से कराने को कहा गया। वहीं, अबतक किए गए कार्ड टेस्ट की रिपोर्ट मांगी गई है। ताकि उसके आधार पर आगे की कार्रवाई हो सकें। टीम में जिला मलेरिया पदाधिकारी डा. ए मित्रा, जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद, मलेरिया इंस्पेक्टर श्रवण कुमार सहित अन्य शामिल थे।
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