प्रयागराज: उत्तर प्रदेश (यूपी) पुलिस ने प्रयागराज में इन दिनों सक्रिय बिहार के कटिहार से जुड़े चोरी करने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है। बताया जा रहा है कि यह गैंग आंख में मिर्ची पाउडर झोंक कर चोरी करता है और हाल के दिनों में प्रयागराज में रैकी कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया करता था।
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दो लोगों के पास से 8 लाख 35 हजार रुपए नकद, 4 देशी अवैध तमंचा और 4 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इस मामले में जानकारी देते हुए प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि ये लुटेरे बिहार के कटिहार गैंग के सदस्य हैं, जिन्होंने कई राज्यों में लूट के मामलों में पुलिस की नाक में दम कर रखा था। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रयागराज के सिविल लाइन में जीवन ज्योति अस्पताल के कर्मचारियों से 7 लाख की लूट की थी।
यह अंतरराज्यीय गिरोह कई बड़ी लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि ये लूट के लिए खुजली पाउडर का प्रयोग करते हैं। पुलिस के मुताबिक जब कोई रुपयों से भरा बैग लेकर जा रहा होता है। तब उस पर खुजली पाउडर डाल देते हैं। खुजली करने के लिए व्यक्ति बैग जैसे ही नीचे रखता है. ये उसे लेकर भाग जाते हैं।
चार दिन में 14 लाख से अधिक की लूट की:
इस गैंग की बात करें तो इसने 12 सितंबर को प्रयागराज के जीवन ज्योति अस्पताल के कर्मचारी से 7 लाख रुपए लूटने के 3 दिन बाद 15 सितंबर को सीतापुर में भी 7 लाख 65 हजार रुपए एसबीआई बैंक के सामने से लूटे थे। पुलिस ने लूटे गए सभी रुपए भी बरामद कर लिया हैं। गिरफ्तार आरोपी एक अंतरराज्यीय लूट गैंग के सक्रिय सदस्य हैं। जो लूट और छिनैती की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
ऐसे देते हैं घटना को अंजाम:
पुलिस ने बताया कि इस गैंग के सदस्य पहले बिहार में ही चोरी की बाइक खरीदते हैं। यहां से सड़क मार्ग से कटिहार से आकर किसी होटल में रुक जाते हैं। जिस होटल में रुकते हैं। उससे 2 से 3 किलोमीटर दूर किसी अस्पताल, होटल, रेलवे स्टेशन, बस स्टाप या किसी मॉल की सार्वजनिक पार्किंग ढूंढते हैं। वहां वाहन पार्क करते हैं। जहां से घटना को अंजाम देना होता है। वहां की पैड वाला मोबाइल खरीदते हैं।
यहीं से फर्जी आधार कार्ड से प्री एक्टिवेटेड सिम खरी लेते हैं। इसी नए मोबाइल और प्री एक्टिवेटेड सिम से आपस में संपर्क करते हैं। अपराध करने के बाद सिम और मोबाइल नष्ट कर देते हैं। गिरोह के एक सदस्य बैंक के अंदर रेकी कर टारगेट के बारे में अपनी दूसरी टीम को फोन कर जानकारी दी जाती है।
इसके बाद दूसरी टीम के सदस्य टारगेट का पीछा किया जाता है। सही जगह चुनकर खुजली का पाउडर डाला जाता है। इसके बाद बैग खुजली होने पर कंधे से उतारते ही छीनकर भाग जाते हैं। दोनों बाइक सवार अलग-अलग दिशाओं में भागते हैं । ताकि वे एक साथ पकड़ में न आएं ।
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पुलिस ने यह सामग्री बरामद की:
इनके पास से पुलिस ने 8 लाख 35 हजार रुपए नकद, 4 देशी अवैध तमंचा, 4 जिंदा कारतूस, 8 सिम कार्ड, 2 मोटरसाइकिल, 4 पैकेट खुजली पाउडर और 4 पैकेट मिर्ची पाउडर बरामद किया है।