Jamshedpur (Jharkhand) : झारखंड के जमशेदपुर में एक सड़क दुर्घटना में घायल बागबेड़ा नया बस्ती, रोड नंबर 3 निवासी 47 वर्षीय वंदना देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतका के पति नाई जागृति संघ के उपसचिव हैं। इस घटना और उसके बाद की परिस्थितियों को लेकर परिजनों ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
यह हादसा विगत 16 अक्टूबर की सुबह उस समय हुआ, जब वंदना देवी ऑटो से बिष्टुपुर जा रही थीं। रास्ते में अचानक ऑटो चालक ने ब्रेक लगाया, तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार (JH05 CN2361) ने ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वंदना देवी सड़क पर गिर गईं। उसी क्षण पीछे से आ रही एक बस ने कार को टक्कर मार दी, जिससे दुर्घटना और भी भयावह हो गई।
इलाज में डेढ़ लाख से अधिक खर्च, परिजनों ने जुगसलाई पुलिस पर लगाया आरोप
गंभीर रूप से घायल वंदना देवी को आनन-फानन में टाटा मेन हॉस्पिटल (TMH) ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज शुरू हुआ। परिजनों के अनुसार, 17 अक्टूबर तक इलाज पर करीब एक लाख 60 हजार रुपये खर्च हो चुके थे। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण, परिजनों का आरोप है कि जब अस्पताल को यह आशंका हुई कि वे आगे का खर्च नहीं उठा पाएंगे, तो इलाज में लापरवाही बरती जाने लगी। मजबूर होकर परिवार ने वंदना देवी को रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
परिजनों ने जुगसलाई थाना पुलिस पर अत्यंत गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने जबरन बयान लिखवाया कि दुर्घटना केवल ऑटो चालक की गलती से हुई और सारा दोष उसी पर डाल दिया गया। परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें धमकी दी कि अगर केस दर्ज किया गया, तो उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिलेगा।
परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई करने के बजाय, मामले को दबाने की कोशिश की। दुर्घटना में शामिल ऑटो, कार और बस को जुगसलाई पुलिस ने जब्त कर लिया है। मृतका के परिजनों ने सरकार और प्रशासन से न्यायपूर्ण जांच और परिवार के लिए उचित मुआवजे की मांग की है।

