Chaibasa (Jharkhand) : झारखंड सरकार के मंत्री सह चाईबासा के विधायक दीपक बिरूवा को खोजने के लिए आदिवासी समुदाय के लोग घाटशिला जाएंगें। यह निर्णय आदिवासी हो समाज महासभा भवन चाईबासा में एक बैठक में लिया गया।
रिहा हुए आंदोलनकारियों का स्वागत
बैठक में सर्वप्रथम जेल से रिहा हुए आंदोलनकारियों का फूलमाला से एवं आदिवासी पंरपरा के अनुसार स्वागत किया गया। साथ ही उनसे जेल में मौजूद आंदोलनकारियों की स्थिति की जानकारी ली गई। बैठक में उपस्थित लोगों ने झामुमो (JMM) प्रतिनिधियों एवं नेताओं के द्वारा भाजपा के नेताओं के पुतला दहन की कड़ी भर्त्सना की। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जो भी व्यक्ति आदिवासी समुदाय के साथ खड़ा है, हमारा समुदाय हमेशा उसके साथ खड़ा रहेगा। चाहे क्यों न वे किसी भी पार्टी हों। क्योंकि समुदाय वो समाज पहले, बाद में पार्टी का स्थान होगा।
सभी आंदोलनकारियों को बिना शर्त केस खत्म कर रिहा करने की मांग
बैठक में उपस्थित आंदोलनकारियों ने आगे की रणनीति पर चर्चा करते हुए कहा कि सरकार को सभी आंदोलनकारियों को बिना किसी शर्त के ही केस खत्म करते हुए जेल से रिहा करना होगा। इसके लिए आदिवासी समुदाय कोई भी कदम को उठाने के लिए तैयार है।
चाईबासा विधायक को बताया गया लापता
बैठक में कहा गया कि चाईबासा के विधायक लापता हो गये हैं। जनता उन्हे खोज नहीं पा रही है। जानकारी मिली है कि घाटशिला क्षेत्र में भटक रहे हैं। इसलिए आदिवासी समुदाय के लोग अधिकाधिक संख्या में विधायक दीपक बिरूवा को खोजने के लिए घाटशिला जाएगें। फिर भी वह नहीं मिले और समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आंदोलन के क्रम में मंत्री दीपक बिरुआ को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग, केन्द्रीय ऐजेंसी से न्यायिक जांच, मामले में शामिल सभी अधिकारियों पर प्राथमिकी, जेल भरो आंदोलन, प्रभावित पूरे क्षेत्र में पदयात्रा आदि कि रणनीति पर चर्चा की। इसके साथ ही बाद सर्वसम्माति से निर्णय लिया जाएगा कि जिले के मौजूदा उपायुक्त को हटाने को लेकर विशेष आभियान चलाया जाएगा।
बैठक में आदिवासी हो समाज, मुंडा समाज, उरांव समाज, संथाल समाज के प्रतिनिधि एवं अन्य समाज के सैकड़ो लोग मौजूद थे।


