पटना: ‘इंडिया’ गठबंधन (India Alliance) द्वारा 14 पत्रकारों पर पाबंदी (Ban on Journalists) लगा दी गई है। इस पर अब इस गठबंधन के एक घटक दल जदयू के प्रमुख नेता व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को बख्तियारपुर में मंजू सिन्हा परियोजना बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के उद्घाटन समारोह के दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम तो शुरू से पत्रकारों के पक्ष में रहे हैं।
पत्रकारों को आजादी मिल जाएगी तो उन्हें जो सच दिखेगा, अच्छा लगेगा वे अपने-अपने ढंग से लिखेंगे। पत्रकारों पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता है। सबको अपना अधिकार है। हम किसी पत्रकार के खिलाफ नहीं हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र में जो लोग हैं वही लोग ये सब गड़बड़ी करते हैं। हम तो आपलोगों की इज्जत करते हैं।
वहीं नीतीश कुमार के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार की पार्टी पत्रकारों के वहिष्कार के पक्ष में नहीं थी और बिना उनको विश्ववास में लिए इंडिया गठबंधन की ओर से यह फैसला लिया गया।
अमित शाह जी कुछ भी उल्टा सीधा बोलते रहते हैं :
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उनलोगों की किसी बात पर ध्यान नहीं देते हैं। उनको कोई ज्ञान नहीं है। बिहार में कितना ज्यादा विकास हुआ है। लेकिन उन्हें नहीं दिखता है। उनलोगों को देश की भी कोई जानकारी नहीं है। उन्हें केवल उल्टा सीधा बोलना है। आज कल वे लोग परेशान हैं, घबराहट में हैं क्योंकि हम विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में लगे हैं।
जानिए अमित शाह ने क्या कहा था :
विदित हो कि शनिवार को मधुबनी में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि बिहार मे जब से जेदयू व राजद एक साथ सरकार में आए हैं तब से लालू याद व एक्टिव हो गए हैं और नीतीश कुमार इनएक्टिव, यही वजह है कि बिहार में लगातार अपराध बढ़ रहा है। उन्होंने बिहार सरकार पर तुष्टीकरण का भी आरोप लगाया था। इसी के बाद नीतीश कुमार का बयान सामने आया है।
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