नई दिल्ली : भारत तकनीक के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आकाश से लेकर पाताल तक कामयाबी हासिल कर रहा है। अब भारत सरकार ने एक नई तकनीक का सफल परीक्षण किया है, जिसके माध्यम से आपको किसी भी तरह की आपदा आने से पहले ही सावधान कर दिया जाएगा। शुक्रवार को भारत सरकार ने इस तकनीक का सफल परीक्षण किया।
दरअसल, भारत सरकार ने एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है, जिसके माध्यम से देश में आने वाले किसी भी तरह के आपदा से पूर्व जानकारी मिल जाएगी।
इस तरह से किया गया परीक्षण
दरअसल, शुक्रवार को जिओ, एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया व बीएसएनएल की सेवाएं लेने वाले उपभोक्ताओं के पास भारत सरकार की ओर से अलर्ट मैसेज एक साथ भेजा गया। इसका मकसद मैसेज भेजकर लोगों को आपदा आने से पूर्व सजग करना है। अभी इसका परीक्षण किया जा रहा है। इससे पूर्व भी जुलाई और अगस्त माह में इसी तरह के अलर्ट मैसेज भेजे गए थे। अगर, सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो बहुत जल्द ही इस सिस्टम देश में लागू कर दिया जाएगा।
मैसेज में क्या लिखा था
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा भेजे गए मैसेज को अगर आपने देखा होगा तो ठीक हैं नहीं तो हम आपको बताते हैं। दरअसल, भारत सरकार द्वारा लोगों को सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के तहत मैसेज भेजकर सैंपल परीक्षण किया गया है। इस दौरान मैसेज में लिखा था कि कृपया इस संदेश को अनदेखा करें क्योंकि आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। यह मैसेज टेस्ट पैन-इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना, आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है। यह मैसेज इसलिए भेजा गया चूंकि लोग मैसेज देखकर परेशान नहीं हो। अन्यथा कई लोग मैसेज पढ़कर काफी परेशान हो जाते हैं।
कम से कम होगा जान-माल का नुकसान
अभी तक देश में आने वाली सुनामी, भूकंप और बाढ़ की जानकारी आम लोगों तक सीधे नहीं पहुंच पाती है। इस कारण से अधिकांश लोग इसके प्रति अलर्ट नहीं रहते हैं और ज्यादा से ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ता है लेकिन अब यह सिस्टम लागू होने के बाद कम से कम जान-माल का नुकसान होगा। चूंकि, लोगों को पहले ही अलर्ट का मैसेज आ जाएगा। उसके अनुसार, लोग अपना ख्याल रख पाएंगे।
सरकार करा रही है टेस्टिंग
भारत सरकार का इस पर विशेष फोकस है। फिलहाल इसका टेस्टिंग का कार्य देशभर में जोर-शोर से चल रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम इस सिस्टम को विकसित करने में दिन-रात जुटी हुई है। सरकार इसके माध्यम से सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ना चाहती है। जब कोई भी आपदा जैसी स्थिति आएं तो इसके माध्यम से लोगों को अलर्ट किया जा सकेगा। इससे देश को कम से कम नुकसान पहुंचेगा।
आज सबके हाथ में मोबाइल
आज के समय में देखा जाए तो अधिकांश लोगों के हाथ में स्मार्ट फोन उपलब्ध हो गया है। ऐसे में यह सिस्टम सफल होने की संभावना अधिक है। अब देखना है भारत सरकार इसपर आगे क्या निर्णय लेती है।
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इतने लोगों के पास सीधे पहुंचेगी जानकारी
भारत सरकार के इस कदम को इसलिए भी अच्छी माना जा रहा है कि लोगों तक सीधे अलर्ट का मैसेज जाएगा। आज के समय में भारत का आंकड़ा देखा जाए तो लगभग 1,125 मिलियन लोगों के पास मोबाइल उपलब्ध है। यह संख्या भारत की कुल आबादी का लगभग 72 प्रतिशत है। ऐसे में पल भर में देश की बड़ी आबादी तक अलर्ट मैसेज पहुंचाया जा सकता है। उम्मीद है कि जल्द ही इसपर सरकार आगे का निर्णय लेगी। इससे लोगों को भी राहत मिलेगी। यह काफी अच्छे निर्णय साबित हो सकता है।