उज्जैन: Mahakal Temple Fire: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में बीते 25 मार्च को महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग की चपेट में आकर झुलसे 79 वर्षीय सत्यनारायण सोनी नाम के सेवक की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि बुधवार की सुबह मुंबई के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि महाकाल के गर्भगृह में आग लगने के कारण पुजारियों के साथ झुलसने वाले 14 लोगों में सत्यनारायण भी शामिल थे।
वो इस आगजनी में गंभीर रूप से झुलस गए थे। उज्जैन जिला अस्पताल से पहले उन्हें इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से बेहतर इलाज के लिए उन्हें मुंबई पहुंचा दिया गया था।
कैसे हुई घटना (Mahakal Temple Fire)
दरअसल, होली के दिन सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर मंदिर के गर्भगृह में आग उस समय लगी जब गुलाल पूजा की थाली पर गिर गया, जिसमें जलता हुआ कपूर था। बाद में यह फर्श पर फैल गया, जिससे आग फैल गई। यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हो गई थी। वहीं, महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने बताया था कि होली के अवसर पर एक अनुष्ठान के तहत गुलाल फेंके जाने के बाद आग लगी।
इससे पुजारी, सेवक और कर्मचारी झुलस गए। गर्भगृह के सामने नंदी हॉल में घटना के दौरान कुछ वीवीआईपी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, लेकिन भक्तों में से कोई हताहत नहीं हुआ था।
महाकाल मंदिर के पुजारी बताते हैं कि बाबा महाकाल की पूजा करने के लिए भले ही कोई भी पुजारी का समय चल रहा हो, लेकिन उनके सहयोगी के रूप में सत्यनारायण सोनी सेवा देने के लिए जरूर मौजूद रहते थे। बताया जाता है कि इस अग्निकांड में झुलसे पुजारी पुत्र मनोज शर्मा (43), पुजारी संजय शर्मा (50) और सेवक चिंतामण (65) का इलाज अभी भी इंदौर के अरविंदो अस्पताल में जारी है।
मुख्यमंत्री के बेटे भी थे मौजूद
ये दर्दनाक हादसा जिस समय हुआ, तब महाकाल मंदिर में हजारों श्रद्धालु भी मौजूद थे। सभी महाकाल के साथ होली मना रहे थे। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के बेटे वैभव यादव और बेटी आकांक्षा भी हादसे के समय मंदिर में ही थे। हालांकि, सीएम के परिवार के साथ साथ गर्भगृह के बाहर मौजूद सभी श्रद्धालु सुरक्षित रहे। वहीं, समय रहते स्थितियों पर भी काबू पा लिया गया था।
सीएम ने जताया दुख
महाकाल के सेवक की मौत पर सीएम मोहन यादव ने भी दुख जताया है। एक्स पर उन्होंने लिखा कि होली के पर्व पर महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुए भीषण हादसे में महाकाल भक्त श्री सत्यनारायण सोनी जी का उपचार के दौरान निधन, मेरी व्यक्तिगत क्षति है। शोकाकुल परिवार के साथ हम सबकी संवेदनाएं हैं। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा परिवारजनों को यह अपार दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति
‘बाबा महाकाल के सच्चे सेवक थे सोनी’
मंदिर से जुड़े लोग बताते हैं कि सत्यनारायण सोनी बाबा महाकाल के सच्चे सेवक थे, जो कि भस्म आरती के लिए गर्भगृह में सफाई करना, पूजन सामग्री एकत्रित करना या अन्य कोई भी काम के लिए हमेशा तैयार रहते थे। बाबा महाकाल की पूजा करने के लिए भले ही कोई भी पुजारी का समय चल रहा हो, लेकिन उनके सहयोगी के रूप में सत्यनारायण सोनी सेवा देने के लिए जरूर मौजूद रहते थे।
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