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Jharkhand Crime : मां की ऐसी क्रूरता! तंत्र साधना के चक्कर में अपनी ही बेटी की कर दी हत्या

पुलिस का कहना है कि अंधविश्वास के चलते ऐसी घटना को अंजाम दिया गया है और मामले की पूरी जांच शुरू कर दी गई है, ताकि इस कृत्य के पीछे की सच्चाई को जान सके और इस घटना के जिम्मेदार अन्य लोगों को भी पकड़ सके।

by Rakesh Pandey
Jharkhand
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पलामू : झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया है और पुलिस के सामने एक खौफनाक सवाल खड़ा किया है कि आखिर एक मां इतनी क्रूर कैसे बन सकती है? यहां तंत्र साधना और अंधविश्वास के चक्कर में एक मां ने अपनी ही डेढ़ साल की बेटी की हत्या कर दी।

गांववालों से कहा- तबीयत खराब थी, दफना दिया

यह घटना हुसैनाबाद के ग्राम खरारपर की है, जहां एक महिला तंत्र साधना के लिए अपनी बच्ची का बलिदान देने को तैयार हो गई। महिला का नाम अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, महिला अंधविश्वास और तंत्र सिद्धि की चाहत में आकर अपनी मासूम बेटी की जान ले बैठी। घटना का खुलासा तब हुआ जब महिला ने गांव में घूमते हुए खुद ही बताया कि उसकी बेटी की तबीयत खराब हो गई थी और उसने उसे दफना दिया है।

बेटी को दफनाने के बाद निर्वस्त्र हो लौटी महिला

गांववालों से मिली जानकारी के अनुसार, महिला देर रात अपनी बच्ची को लेकर घर से निकली थी। जब उसने गांव वालों से यह कहा कि उसकी बेटी की तबीयत ठीक नहीं है, तो किसी को कोई शक नहीं हुआ। लेकिन जब वह काफी देर बाद गांव वापस आई, तो उसकी बच्ची साथ नहीं थी। महिला के शरीर पर कोई कपड़े नहीं थे, और उसका चेहरा भी गंभीर था। गांववालों ने जब उससे पूछा, तो महिला ने बताया कि उसकी बेटी की मौत हो गई थी और उसने शव को दफना दिया।

शक होने पर गांवावालों ने पुलिस को दी सूचना


गांववालों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जब महिला से पूछताछ की तो वह शुरुआत में कुछ नहीं बोली, लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद महिला ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

पुलिस ने खुदाई कर निकाला बच्ची का शव

पुलिस ने महिला के बताए स्थान पर खुदाई करवाई और वहां से बच्ची का शव बरामद किया। शव को देखने के बाद डॉक्टरों ने पुष्टि की कि बच्ची के शरीर से कलेजा निकाला गया था, जो इस घटना को और भी क्रूर बना देता है। अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विनेश कुमार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया कि बच्ची के शव से कलेजा निकालने के बाद ही उसे दफनाया गया था, जो एक जघन्य अपराध था।

अंधविश्वास और तंत्र साधना का खतरनाक प्रभाव

यह घटना न केवल एक मां की क्रूरता को उजागर करती है, बल्कि तंत्र साधना और अंधविश्वास के खतरनाक प्रभाव को भी दिखाती है। महिला ने सिद्धि प्राप्त करने के लिए अपनी मासूम बेटी की बलि दे दी, जो समाज में गहरे अंधविश्वास और तंत्र की घातक प्रवृत्तियों का प्रमाण है। यह सवाल उठता है कि कैसे लोग ऐसे अंधविश्वासों में फंसकर अपनी इंसानियत को ताक पर रख देते हैं और निर्दोषों की जान ले लेते हैं।

पुलिस ने महिला को किया गिरफ्तार, कर रही जांच

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है, और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस का कहना है कि अंधविश्वास के चलते इस तरह की घटनाएं समाज के लिए खतरे की घंटी हैं। पुलिस ने मामले की पूरी जांच शुरू कर दी है, ताकि इस कृत्य के पीछे की सच्चाई को जान सकें और इसे अंजाम देने वाले अन्य लोगों को भी पकड़ सकें।

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